आनन्द कुमारः-
आज नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं भेजी जा रही, उनका जीवन और कार्य हमें प्रेरित करता है कि हम सब भी अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करें। उनके जन्मदिन के इस खास मौके पर, उनके समर्थकों और देशवासियों की तरफ से जगह-जगह उत्सव मनाया जा रहा है। आज नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर, हम उनकी असाधारण जीवन यात्रा और प्रेरक संघर्ष की कहानी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उनके नेतृत्व के योगदान और प्रेरणा को सम्मानित करते हुए, आइए जानते हैं उनके जीवन के अनछुए पहलुओं को।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के पहले शख्स हैं, जिन्होंने तीन बार मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के पद को संभाला है। उनकी लोकप्रियता का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। 2014 के बाद से हुए चुनावों में उन्होंने अपने बल पर देश की राजनीति का रुख बदल दिया। 26 मई 2014 को प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार पीएम पद की शपथ ली थी, और आज 17 सितंबर 2024 तक वे इस पद पर कार्यरत हैं।

जन्म और प्रारंभिक जीवन
नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में हुआ था। वे एक साधारण परिवार से हैं, जिनके पास सीमित संसाधन थे। पूरा परिवार एक छोटे से एक मंजिला घर में रहता था, जो लगभग 40 फीट गुणा 12 फीट का था। नरेंद्र मोदी ने बचपन में ही परिवार की चाय की दुकान पर काम किया और कठिन परिस्थितियों का सामना किया। उनके स्कूल के दोस्तों के अनुसार, वे बचपन से ही बहुत मेहनती और किताबों में रुचि रखने वाले थे।
राजनीतिक करियर
नरेंद्र मोदी ने 17 साल की उम्र में घर छोड़ दिया और पूरे भारत की यात्रा की। इस यात्रा ने उन्हें जीवन की गहरी समझ दी और वे अहमदाबाद लौटकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल हो गए। 1972 में आरएसएस के प्रचारक बनने के बाद से, उन्होंने राजनीति में कदम रखा और एक कठिन दिनचर्या अपनाई। 1970 के दशक के अंत में, उन्होंने आपातकाल के खिलाफ लोकतंत्र बहाल करने के आंदोलन में भी भाग लिया।
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री का कार्यकाल
7 अक्टूबर 2001 से 22 मई 2014 तक नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उनके नेतृत्व में गुजरात ने कई विकासात्मक पहलुओं को देखा और एक मॉडल राज्य के रूप में उभरा। 26 मई 2014 को उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली और तब से लेकर अब तक, वे इस पद पर कार्यरत हैं। 2019 में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद, उन्होंने 30 मई 2019 को दूसरी बार पीएम पद की शपथ ली। 2024 में एनडीए की गठबंधन सरकार बनने पर, उन्होंने 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद संभाला।
प्रेरक जीवन यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी की जीवन यात्रा एक प्रेरणा है। उनके संघर्ष, समर्पण और दृढ़ संकल्प ने उन्हें देश के शीर्ष नेतृत्व तक पहुँचाया है। उनका उद्देश्य भारत को विकास की नई ऊँचाइयों तक ले जाना और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है।
परिवार और व्यक्तिगत जीवन
नरेंद्र मोदी ने 1968 में जशोदाबेन से शादी की थी, लेकिन दोनों ने आपसी सहमति से अपने जीवन के ज्यादातर समय अलग-अलग रहने का फैसला किया। जशोदाबेन एक सेवानिवृत्त स्कूल शिक्षिका हैं और एक शांत स्वभाव की हैं। नरेंद्र मोदी और जशोदाबेन के कोई संतान नहीं हैं। नरेंद्र मोदी का पारिवारिक जीवन उनके सार्वजनिक जीवन से अलग है और उन्होंने राजनीतिक और सार्वजनिक सेवा में ही अपना जीवन समर्पित किया है।