ऋषभ चौरसियाः-
शादी भारतीय समाज में सिर्फ एक संस्कार नहीं, बल्कि जीवनभर की यादें समेटे एक भव्य आयोजन होता है। हर दूल्हा-दुल्हन और उनके परिवार के लिए यह दिन खास होता है। महीनों की तैयारी, सजावट, और रस्मों के बीच हर कोई इस पल को यादगार बनाने में जुटा रहता है। लेकिन क्या हो, जब इस खुशी के मौके को कोई अपनी ठगी का जरिया बना ले? हाल ही में कर्नाटक में एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी के नाम पर एक गिरोह ने लोगों के साथ न सिर्फ आर्थिक बल्कि भावनात्मक ठगी भी की।
गुब्बी पुलिस ने हाल ही में एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो शादी के नाम पर लोगों से ठगी कर रहा था। इस गिरोह की महिला सदस्य, जिसने खुद को दुल्हन के रूप में पेश किया, ने पांच अलग-अलग पुरुषों से शादी की और उन सभी को चूना लगाकर फरार हो गई। यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है।
सबसे पहले इस गिरोह का पर्दाफाश तब हुआ जब कृषि विशेषज्ञ पलक्षैया ने नवंबर 2023 में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे दयानंद की शादी एक महिला कोमल से अक्टूबर 2023 में हुई थी। शादी के तीन दिन बाद ही कोमल ने “मायके जाना जरूरी होता है” कहकर घर से विदा ली और फिर कभी वापस नहीं आई। कोमल का मोबाइल बंद हो गया और उसका कोई सुराग नहीं मिला। जब पलक्षैया ने छानबीन की, तो पता चला कि कोमल ने शादी के नाम पर ठगी की थी और उसके साथ सिद्दप्पा और लक्ष्मी शंभुलिंगा नाम के लोग भी शामिल थे, जिन्होंने खुद को कोमल के मामा-मामी बताया था।
पलक्षैया ने इस शादी के लिए दलाल लक्ष्मी को 2.5 लाख रुपये की ब्रोकरेज फीस दी थी, और साथ ही दुल्हन को गहने और कपड़ों के लिए भी पैसे दिए थे। कोमल ने पहले से तय योजना के तहत शादी के कुछ दिनों बाद घर छोड़ दिया और पलक्षैया के परिवार को आर्थिक और भावनात्मक रूप से तोड़ दिया।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि कोमल ने इसी तरह चार और शादियां की थीं, जिनमें से एक महाराष्ट्र के मिराज में भी शामिल थी। पुलिस ने कोमल और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।