ऋषभ चौरसियाः-
यूपी में मंकीपॉक्स के संभावित खतरे को देखते हुए राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। सभी 75 जिलों के डीएम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि बाहर से आने वाले यात्रियों की एंट्री पॉइंट्स पर कड़ी निगरानी की जाए और संदिग्ध मरीजों को तुरंत आइसोलेट कर दिया जाए। इसके लिए लखनऊ के KGMU को नोडल सेंटर बनाया गया है, जहां संदिग्ध मामलों की जांच होगी। भले ही अभी तक कोई संदिग्ध मरीज सामने नहीं आया है, लेकिन राज्यभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव रंजन कुमार ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि अफ्रीकी देशों से लौटने वाले यात्रियों में मंकीपॉक्स का संक्रमण देखा गया है। इसके मद्देनजर, प्रदेश के सभी प्रवेश स्थलों पर मेडिकल इकाइयां तैनात की गई हैं। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर मेडिकल टीमों को सर्विलांस का जिम्मा सौंपा गया है, जो बुखार, कमजोरी, और शरीर पर अज्ञात दाने वाले यात्रियों की जांच करेंगी।
प्रदेश में 21 दिनों के भीतर अंतरराष्ट्रीय यात्रा से लौटने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी और संदिग्ध मरीजों के सैंपल KGMU की माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजे जाएंगे। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग ने राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर 18001805145 जारी किया है, ताकि लोग किसी भी संदिग्ध स्थिति की तुरंत जानकारी दे सकें। अगस्त 2022 में भी यूपी में मंकीपॉक्स के दो संदिग्ध मामलों की जांच की गई थी, जिनमें एक लखनऊ और दूसरा शाहजहांपुर से था