आनन्द कुमारः-
कोलकाता, पश्चिम बंगाल – पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और उसकी हत्या के मामले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस घटना के खिलाफ जनता का आक्रोश सड़कों पर फूट पड़ा है। बीजेपी ने इस मुद्दे पर ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बुधवार को 12 घंटे के बंगाल बंद का ऐलान किया है।
बीजेपी ने ममता सरकार पर आरोप लगाया है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा, “रेप कांड के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस उन्हें पकड़ने में नाकाम रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना कर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर रसायन मिश्रित वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा में असमर्थ है, और हम इस अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहेंगे।”
इस घटना के विरोध में मंगलवार को हजारों की संख्या में छात्रों और अन्य संगठनों ने राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ तक मार्च किया। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने हवाड़ा ब्रिज को बंद कर दिया और प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज, पानी की बौछारें और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ भी जनता में आक्रोश है, और इसके विरोध में ही बीजेपी ने आज बंगाल बंद का आह्वान किया है।
राज्य सरकार ने इस बंद की अनुमति नहीं दी है और सभी सरकारी कर्मचारियों को अपने ऑफिस समय पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। दूसरी ओर, कोलकाता में बंद के दौरान भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके।
इस घटना ने न केवल बंगाल, बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, और जनता की मांग है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। सवाल यह है कि क्या इस बंद के बाद ममता सरकार और राज्य की पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम उठाएगी?