ऋषभ चौरसियाः-
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को संसद में भारतीय रेलवे की आगामी योजनाओं का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि रेलवे का लक्ष्य आम लोगों को ध्यान में रखते हुए हर एक्सप्रेस-मेल ट्रेन में कम से कम चार जनरल कोच जोड़ना है। इसके साथ ही, जल्द ही 2,500 नए जनरल कोच ट्रेनों में शामिल किए जाएंगे और 10,000 और कोच तैयार किए जाएंगे। इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य देश के गरीब और आम जनता को सस्ती और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करना है।
रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “अमृत भारत ट्रेन” की कल्पना की है, जो गरीब लोगों को सस्ते में सफर कराने का माध्यम बनेगी। मालदा से बरेली और दरभंगा से दिल्ली के बीच दो अमृत भारत ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं, जिनमें 22 कोच होते हैं। इनमें आधे स्लीपर और आधे जनरल डिब्बे हैं, और इनमें मिलने वाली सुविधाएं किसी भी अन्य सामान्य श्रेणी की ट्रेनों से बेहतर हैं।
अश्विनी वैष्णव ने वंदे भारत ट्रेनों की लोकप्रियता पर जोर देते हुए बताया कि अब 50 और ऐसी ट्रेनें चलाने का फैसला लिया गया है। वंदे भारत ट्रेनों की संख्या तेजी से बढ़ाई जा रही है और यह ट्रेनें अब देश के लगभग सभी राज्यों में चल रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य है कि देश के हर हिस्से में इन ट्रेनों को पहुंचाया जाए, जिससे कि कश्मीर से केरल और गुजरात से असम तक सभी राज्यों को कवर किया जा सके।
लंबी दूरी की यात्रा के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को भी डिजाइन किया गया है, जिनकी मैन्युफैक्चरिंग और टेस्टिंग हो चुकी है। इन ट्रेनों के आने से आम लोगों का सफर अधिक आरामदायक और सुविधाजनक होगा। भारत में हर साल 700 करोड़ लोग यात्रा करते हैं, और इस योजना के तहत यात्रा का अनुभव बड़े पैमाने पर सुधारा जाएगा।
रेल मंत्री ने ट्रेन हादसों को रोकने के लिए ‘कवच’ नामक एक नई प्रणाली की शुरुआत की घोषणा की। यह ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम है, जो 2019 में इंटरनेशनल मान्यता प्राप्त कर चुका है। पहले चरण में 3,000 किलोमीटर नेटवर्क पर इसका विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तकनीक की देरी के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया, जिसने अपने 50 साल के शासन में इन पर काम नहीं किया।