आनन्द कुमारः-
नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र के पहले दिन NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) पेपर लीक का मुद्दा एक बार फिर जोरशोर से उठा। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से इस मामले में इस्तीफे की मांग की है।
राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने संसद में अपनी बात रखते हुए कहा, NEET पेपर लीक का मामला छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इस मामले की पूरी जांच करवाए और दोषियों को सख्त सजा दिलवाए। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को इस नैतिक जिम्मेदारी का निर्वाह करते हुए इस्तीफा देना चाहिए।

अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने भी NEET पेपर लीक के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “यह पहली बार नहीं है जब NEET पेपर लीक हुआ है। बार-बार इस तरह की घटनाओं से छात्रों का मनोबल टूट रहा है और उनका भविष्य खतरे में पड़ रहा है। शिक्षा मंत्री को इस असफलता की जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।”
शिक्षा मंत्री का पक्ष
इस बीच, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा, “सरकार इस मामले की गंभीरता को समझती है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। हमने जांच के आदेश दिए हैं और जल्द ही परिणाम सामने आएंगे। छात्रों के भविष्य के साथ कोई भी खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
संसद में हंगामा
NEET पेपर लीक के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने संसद में जोरदार हंगामा किया। उन्होंने सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की और छात्रों के हितों की रक्षा करने की अपील की।
इस मुद्दे पर देशभर में छात्रों और अभिभावकों के बीच नाराजगी का माहौल है। वे सरकार से इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें।
NEET पेपर लीक का मुद्दा संसद के बजट सत्र के पहले दिन एक बार फिर सुर्खियों में रहा। विपक्षी नेताओं ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से इस्तीफे की मांग की और सरकार से छात्रों के हित में सख्त कदम उठाने की अपील की। अब देखना यह होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और दोषियों को कब तक सजा दिलाती है।