आनन्द कुमारः-
दिल्ली, 22 अगस्त: दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन के उपाध्यक्ष आरएस राठौर ने आज अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि दिल्ली में एग्रीगेटर कंपनियां अवैध रूप से चल रही हैं और इनकी वजह से ऑटो-टैक्सी ड्राइवरों को पर्याप्त किराया नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे को लेकर यूनियन ने 22-23 अगस्त को दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है।
राठौर का कहना है कि यदि सरकार ने इस समस्या पर समय रहते ध्यान नहीं दिया, तो यह विरोध और भी व्यापक रूप ले सकता है। यूनियन की मांग है कि इन निजी एग्रीगेटर कंपनियों को तुरंत बंद किया जाए, ताकि ड्राइवरों के अधिकार सुरक्षित रहें और उन्हें उनका हक मिल सके।
इस हड़ताल के दौरान, राजधानी दिल्ली में ऑटो और टैक्सी सेवाओं में भारी व्यवधान की आशंका है, जिससे आम जनता को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। यूनियन के इस कदम से सरकार पर दबाव बनने की उम्मीद है कि वह इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान दे और ड्राइवरों की मांगों को पूरा करे।
सरकार और एग्रीगेटर कंपनियों की तरफ से इस हड़ताल के संदर्भ में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन जनता को इस अवधि में वैकल्पिक परिवहन साधनों का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।