आनन्द कुमारः-
नाम बदलने की बात की जाए तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे आगे चल रहे है, चाहे किसी शहर की बात हो, स्टेडियम, रेलवे स्टेशन, सड़क, बस स्टेशन या फिर ट्रेन। आज यानी 16 सितंबर को भारत की पहली बंदे भारत मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाने से पहले ही इन्होंने उस ट्रेन का नाम ही बदल दिया इस ट्रेन का नया नाम रखा है नमो भारत रैपिड ट्रेन अब देखना यह होगा की क्या यह ट्रेन अच्छे से संचालित कर पाएगी।
थोड़ा इस ट्रेन के बारे में विस्तार से जानते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 सितंबर को भारत की पहली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। यह मेट्रो ट्रेन गुजरात के भुज से अहमदाबाद तक चलेगी, और इसका न्यूनतम किराया 30 रुपये होगा, जिसमें जीएसटी भी शामिल है। वंदे भारत मेट्रो में यात्रियों के लिए विभिन्न सीज़न टिकट की सुविधा भी उपलब्ध है, जिसमें वीकली सीज़न टिकट 7 रुपये, 15 दिन की सीज़न टिकट 15 रुपये, और मंथली सीज़न टिकट 20 रुपये में मिलेगा।
भारतीय रेलवे की ऐतिहासिक उपलब्धि
भारतीय रेलवे, जो दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेल व्यवस्था है, रोजाना करोड़ों यात्रियों को यात्रा की सुविधा प्रदान करता है। पहले भारत की सबसे तेज ट्रेन शताब्दी थी, लेकिन अब वंदे भारत एक्सप्रेस ने इसका स्थान ले लिया है। 2019 में वंदे भारत ट्रेन का संचालन शुरू हुआ था और तब से अब तक 54 जोड़ी यानी 100 से भी अधिक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें भारत में चल रही हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस, स्लीपर, और मेट्रो का किराया
वंदे भारत एक्सप्रेस: यह ट्रेन चेयर कार और एग्जीक्यूटिव चेयर कार विकल्प के साथ उपलब्ध है। उदाहरण के लिए, कोटा से आगरा जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में चेयर कार का किराया 830 रुपये और एग्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया 1635 रुपये है। कोटा से उदयपुर जाने वाली ट्रेन में चेयर कार का किराया 745 रुपये और एग्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया 1465 रुपये है।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन: जल्द ही वंदे भारत स्लीपर ट्रेन भी शुरू होने वाली है, जिससे यात्रियों को एक नया विकल्प मिलेगा।
वंदे भारत मेट्रो: यह नई मेट्रो सेवा आधुनिक सुविधाओं के साथ एक आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी।