आनन्द कुमारः-
बजट2024-25,पास होने के बाद आज पहली राज्यसभा बैठक महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित रही, जिसमें बजट महंगाई, बेरोजगारी, राष्ट्रीय सुरक्षा, कृषि सुधार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का सुधार, और पर्यावरण संरक्षण शामिल थे। इन मुद्दों पर सदन में व्यापक चर्चा और बहस हुई, जिसमें विभिन्न दलों के नेताओं ने अपने-अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत किए।
बजट 2024-25 पर चर्चा
राज्यसभा में आज का सत्र मुख्य रूप से 2024-25 के बजट पर केंद्रित था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए इसकी प्रमुख विशेषताओं और सरकार की नीतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह बजट समावेशी विकास को बढ़ावा देने वाला है और हर वर्ग के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखता है।
विपक्षी दलों ने बजट पर कड़ी आलोचना की। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बजट में आम जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, “यह बजट सिर्फ बड़े उद्योगपतियों और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाला है। इसमें गरीब और मध्यम वर्ग के लिए कुछ खास नहीं है।” उन्होंने मांग की कि सरकार बजट में सुधार कर आम जनता की समस्याओं को हल करने के उपाय करे।
महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर बहस
महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर सदन में जोरदार बहस हुई। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि महंगाई बढ़ती जा रही है और सरकार इसे नियंत्रित करने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा, “आम आदमी की जिंदगी महंगाई की मार से मुश्किल हो गई है। रोजमर्रा की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं।”
भाजपा के सदस्य भूपेंद्र यादव ने सरकार की नीतियों का बचाव करते हुए कहा कि सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, “हमने कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं जो महंगाई को नियंत्रित करने और रोजगार सृजन में मददगार साबित हो रही हैं।”
राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा विवाद
राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर भी राज्यसभा में चर्चा की गई, विशेषकर भारत-चीन सीमा विवाद के संदर्भ में। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन को सीमा पर स्थिति और सरकार की सुरक्षा तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमारी सेना पूरी तरह से तैयार है और हम किसी भी स्थिति का सामना करने में सक्षम हैं।”
विपक्षी दलों ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सरकार से अधिक पारदर्शिता और कड़े कदम उठाने की मांग की। समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में सरकार को अधिक सतर्क रहना चाहिए और हमारे सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।”
कृषि सुधार और किसानों की स्थिति
कृषि सुधार और किसानों की स्थिति पर भी बैठक में चर्चा हुई। समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने किसानों की समस्याओं को उठाया और सरकार से किसानों के लिए अधिक लाभकारी योजनाओं की मांग की। उन्होंने कहा, “किसानों की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। सरकार को किसानों के लिए सब्सिडी, कर्ज माफी, और उचित मूल्य की व्यवस्था करनी चाहिए।”
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि सरकार ने किसानों के हित में कई नई योजनाएं शुरू की हैं और उनकी आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमने किसानों की भलाई के लिए कई कदम उठाए हैं और आगे भी उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रयासरत रहेंगे।”
शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का सुधार
शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के मुद्दे पर भी चर्चा की गई। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ’ब्रायन ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “देश के हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए। सरकार को बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अधिक धनराशि आवंटित करनी चाहिए।”
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सरकार की योजनाओं और उनके लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “हमने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं और आगे भी सुधार के लिए प्रयासरत हैं।”
पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर भी राज्यसभा में चर्चा की गई। डीएमके के सदस्य तिरुचि शिवा ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया और सरकार से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की। उन्होंने कहा, “जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण के मुद्दों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।”
पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सरकार की पर्यावरण संरक्षण योजनाओं और उनके क्रियान्वयन की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमने पर्यावरण संरक्षण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इंडिया गठबंधन ने बजट को लेकर अपनी गुहार लगाई और सरकार से उम्मीद जताई कि उनकी मांगों को गंभीरता से लिया जाएगा और बजट में इन महत्वपूर्ण मुद्दों को शामिल किया जाएगा।