आनन्द कुमारः-
हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनोट की फिल्म ‘इमरजेंसी‘ को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने U/A सर्टिफिकेट प्रदान किया है। हालांकि, बोर्ड ने फिल्म के कई सीन पर आपत्ति जताई है, जिसके चलते अब इस फिल्म में कट्स और बदलाव किए जाएंगे। इसके बाद फिल्म कुछ ही हफ्तों में रिलीज हो सकती है।
CBFC ने फिल्म के तीन सीन को हटाने और कुल 10 बदलाव करने के निर्देश दिए हैं। इनमें से अधिकांश बदलाव सिख संगठनों द्वारा जताई गई आपत्तियों के बाद सामने आए हैं। संगठनों का आरोप था कि फिल्म में सिखों की छवि को गलत तरीके से पेश किया गया है, जिसके चलते CBFC ने पहले सर्टिफिकेट रोक दिया था।
सिख संगठनों का विरोध और विवाद
फिल्म के खिलाफ सिख संगठनों ने तीव्र विरोध दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि फिल्म में सिखों को आतंकी के रूप में दिखाने की कोशिश की गई है। इसके अलावा, फिल्म में एक कैरेक्टर को सिख नेता जरनैल सिंह भिंडरांवाले के रूप में दिखाया गया है, और ऑपरेशन ब्लू स्टार से जुड़े विवादित दृश्य भी हैं।
सिख समुदाय के लोग मुंबई के 4 बंगला गुरुद्वारे के बाहर प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने कंगना रनोट के पोस्टर्स पर चप्पलें फेंकीं और फिल्म के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे इस फिल्म को मुंबई के सिनेमाघरों में रिलीज नहीं होने देंगे।
सेंसर बोर्ड की प्रतिक्रिया
CBFC ने फिल्म के विवादित सीनों पर आपत्ति जताई और फिल्म के निर्माताओं से कहा कि वे इसमें दिखाए गए तथ्यों के स्रोत प्रस्तुत करें। इसमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल द्वारा भारतीयों के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणियों को प्रमाणित करने की मांग की गई है। इसके अलावा, CBFC ने फिल्म से उन दृश्यों को हटाने के निर्देश दिए हैं, जिनमें पाकिस्तान और बांग्लादेश युद्ध से जुड़े हिंसक दृश्यों को दिखाया गया है।
फिल्म का मामला कोर्ट में
सेंसर बोर्ड द्वारा सर्टिफिकेट देने में देरी के कारण मामला बॉम्बे हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। कोर्ट ने 18 सितंबर तक CBFC को आपत्तियों का समाधान करने और सर्टिफिकेट प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले 4 सितंबर को हुई सुनवाई में भी कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को जल्द से जल्द ऑब्जेक्शन क्लियर करने के निर्देश दिए थे।
कंगना रनोट ने स्पष्ट किया है कि वे अपनी फिल्म को बिना किसी कट के रिलीज करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर कोर्ट में लड़ेंगी। कंगना का कहना है कि वे इंदिरा गांधी के बारे में दिखाए गए तथ्यों को बदलने को तैयार नहीं हैं और फिल्म को उसके मौलिक रूप में रिलीज करेंगी।
कंगना ने फिल्म का ट्रेलर अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर किया था और फिल्म की रिलीज 6 सितंबर को तय की गई थी। लेकिन सिख संगठनों के विरोध और सेंसर बोर्ड की आपत्तियों के कारण इसे फिलहाल रोक दिया गया है।
कंगना का नया प्रोजेक्ट: ‘भारत भाग्य विधाता‘
कंगना रनोट ने हाल ही में अपने नए प्रोजेक्ट ‘भारत भाग्य विधाता‘ की घोषणा की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि यह फिल्म देश के रियल-लाइफ हीरोइज्म पर आधारित होगी। उन्होंने कहा कि वे इस प्रोजेक्ट को लेकर बेहद उत्साहित हैं और जल्द ही इसे दर्शकों के सामने लाने की योजना बना रही हैं।
U/A सर्टिफिकेट का मतलब
U/A सर्टिफिकेट का मतलब है ‘अप्रतिबंधित के साथ सावधानी’। इसका मतलब यह है कि फिल्म को सभी उम्र के लोग देख सकते हैं, लेकिन 12 साल से कम उम्र के बच्चों को यह फिल्म उनके माता-पिता या अभिभावकों के मार्गदर्शन में देखनी चाहिए। ऐसी फिल्में आम तौर पर परिवार के साथ देखी जा सकती हैं, लेकिन कुछ दृश्य बच्चों के लिए संवेदनशील हो सकते हैं।