ऋषभ चौरसियाः-
लखनऊ के लालकुआं इलाके में मंगलवार को एक अनोखी घटना ने सभी का दिल छू लिया, जब एक बंदर की मौत पर इलाके के लोगों ने उसे इंसानों जैसा सम्मान दिया। करंट लगने से मृत हुए बंदर के लिए बाकायदा डोली सजाई गई, आरती उतारी गई और फिर पूरे रीति-रिवाज के साथ उसकी अंतिम यात्रा निकाली गई।
घटना उस वक्त की है जब बंदर सुबह गलती से बिजली के तारों की चपेट में आ गया और उसकी दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे के बाद लालकुआं का पूरा इलाका शोक में डूब गया। वह बंदर अक्सर मोहल्ले में घूमा करता था और लोगों के साथ उसका एक अलग ही रिश्ता बन चुका था। लोग उसे खाना खिलाते थे और वह भी उनके बीच का ही हिस्सा बन गया था।
जब उसकी मौत की खबर फैली, तो स्थानीय लोग भावुक हो गए और उन्होंने निर्णय लिया कि उसका अंतिम संस्कार भी उसी सम्मान के साथ किया जाएगा, जैसा किसी इंसान का होता है। नगर निगम की टीम को पहले सूचना दी गई थी, लेकिन जब वह बंदर को ले जाने आई, तो इलाके के लोगों ने विरोध करते हुए कहा, “हम इसे नहीं ले जाने देंगे, इसका अंतिम संस्कार हम करेंगे।”
शवयात्रा में बंदर को डोली पर बैठाकर उसे सम्मान दिया गया और फिर पूरी विधि-विधान के साथ उसे मुक्तिधाम ले जाया गया, जहां पंडित पुरुषोत्तम महाराज ने अंतिम संस्कार की रस्में अदा कीं। इस घटना ने लखनऊवासियों के दिल में जानवरों के प्रति संवेदना की एक नई मिसाल कायम की।