आनन्द कुमारः-
जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे ही सियासी पारा चढ़ता नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। बुलडोजर क्रिया से लेकर मुख्यमंत्री आवास के नक्शे और टीपू सुल्तान तक की बहस में दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर जमकर तीर छोड़े।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “जिन्हें पहले मौका मिला, उन्होंने प्रदेश में पहचान का संकट खड़ा किया। अपनी अराजक और भ्रष्ट गतिविधियों से प्रदेश को दंगों की आग में झोंका। पहले जातियों को लड़ाया, फिर वर्ग और धर्म में फूट डालने का काम किया।” योगी ने बुलडोजर पर भी टिप्पणी की और कहा, “बुलडोजर पर हर व्यक्ति का हाथ फिट नहीं हो सकता, उसके लिए क्षमता और दृढ़ संकल्प चाहिए।”
वहीं, अखिलेश यादव ने इसका तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “बुलडोजर स्टेयरिंग से चलता है, बुद्धि से नहीं।” इसके साथ ही अखिलेश ने एक और तंज कसते हुए कहा, “सरकार बनने के बाद बुलडोजर का रुख गोरखपुर की ओर हो जाएगा।” अखिलेश ने सोशल मीडिया पर योगी को चुनौती देते हुए लिखा, “अगर आपका बुलडोजर इतना सफल है तो उसे पार्टी का चिन्ह बनाकर चुनाव लड़ लीजिए। इससे आपका भ्रम और घमंड दोनों टूट जाएंगे।”
इस तरह के तीखे बयानबाजी से चुनावी माहौल गर्म होता जा रहा है। देखना होगा कि जनता किसकी बात पर विश्वास जताती है और चुनावी मैदान में किसे जीत मिलती है।