आनन्द कुमारः-
बॉलीवुड की विवादित अभिनेत्री कंगना रनौत की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। कंगना ने हाल ही में खुलासा किया कि उनकी फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेट (CBFC) ने पहले फिल्म को क्लियर कर दिया था, लेकिन अब सर्टिफिकेट पर रोक लगा दी गई है।
कंगना ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोग उनकी फिल्म को लेकर अफवाहें फैला रहे हैं कि इसे सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है, जबकि वास्तविकता में ऐसा नहीं है। कंगना ने यह भी बताई कि सेंसर बोर्ड के अधिकारियों को और खुद उन्हें भी धमकियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर पंजाब राइट, बिंदानवाला, गांधी ऐसासिनेशन जैसे फिल्स पर विंग संगठन द्वारा उन पर दबाव डाला जा रहा है कि वो इस तरह की फिल्में न दिखाएं।
कंगना का कहना है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि फिल्म में ऐसा क्या दिखाया गया है जो लोगों को इतना नापसंद आ रहा है। उनका दर्द उनके चेहरे पर साफ झलक रहा था जब उन्होंने कहा, “मैं ऐसा क्या दिखाऊं जो सबको सही लगे?” फिल्म के क्लियरेंस के बावजूद, यह अब ब्लैकआउट की स्थिति में जाती दिख रही है।
गौरतलब है कि फिल्म ‘इमरजेंसी’ 6 सितंबर को रिलीज़ होने वाली थी, लेकिन रिलीज़ से पहले ही यह विवादों में घिर गई है। सिख समुदाय के कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि फिल्म में उनके समुदाय की छवि को गलत तरीके से दिखाया गया है।
कंगना ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा, “अगर सरकार मजबूत न होती, तो पंजाब बांग्लादेश हो जाता।” इस बयान ने भी एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।
आगे क्या?
अब तक की जानकारी के अनुसार, कंगना और उनकी टीम सेंसर बोर्ड से मिलकर इस मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही है। अगर मामला हल नहीं हुआ, तो फिल्म की रिलीज़ में और देरी हो सकती है। इस बीच, कंगना का संघर्ष जारी है, और उनके प्रशंसक इस मुद्दे के सकारात्मक हल की उम्मीद कर रहे हैं।
यह फिल्म भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण दौर पर आधारित है और इसका उद्देश्य उन घटनाओं को दर्शाना है, जिन्हें जनता कभी भुला नहीं सकती। अब देखना यह होगा कि यह फिल्म विवादों के घेरे से निकलकर दर्शकों के बीच कब पहुंचती है।