आनन्द कुमारः-
साल 2024 का सावन महीना अद्भुत और विशेष है। इस साल 72 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बना है, जब सावन महीने की शुरुआत और समापन दोनों ही सोमवार के दिन से हो रहा है। यह संयोग भगवान शिव के भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि सावन और सोमवार दोनों ही भगवान शिव को समर्पित हैं। इससे पहले ऐसा दुर्लभ संयोग साल 1953 में बना था।
सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, खासकर भगवान शिव की उपासना के लिए। इस बार सावन में एक दुर्लभ संयोग बना है, जो 72 साल बाद आया है। इस संयोग के दौरान पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं इस शुभ संयोग के बारे में, पूजा के शुभ मुहूर्त, और मनोकामना पूर्ति के उपाय।
दुर्लभ संयोग का महत्व
इस वर्ष सावन के महीने में सोमवती अमावस्या, हरियाली तीज और नाग पंचमी का संयोग बन रहा है। ऐसा संयोग पिछले 72 सालों में पहली बार हुआ है। इस संयोग को भगवान शिव की विशेष कृपा पाने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
पूजा के शुभ मुहूर्त
इस दुर्लभ संयोग के दौरान पूजा के लिए ये मुहूर्त शुभ माने गए हैं:
सोमवती अमावस्या: 29 जुलाई, 2024, सोमवार
पूजा का समय: प्रातः 6:00 से 8:00 बजे तक
हरियाली तीज: 3 अगस्त, 2024, शनिवार
पूजा का समय: प्रातः 7:00 से 9:00 बजे तक
नाग पंचमी: 8 अगस्त, 2024, गुरुवार
पूजा का समय: प्रातः 5:30 से 7:30 बजे तक
मनोकामना पूर्ति के उपाय
इस दुर्लभ संयोग में पूजा करने से विशेष मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इन उपायों को अपनाकर आप अपनी मनोकामनाएं पूरी कर सकते हैं:
शिवलिंग पर जलाभिषेक: सावन में शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, और शहद से अभिषेक करें। इससे भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
बिल्वपत्र अर्पित करें: शिवलिंग पर बिल्वपत्र अर्पित करें। ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
रुद्राभिषेक: सावन के सोमवती अमावस्या, हरियाली तीज, और नाग पंचमी के दिन रुद्राभिषेक करें। इससे परिवार में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
ओम नमः शिवाय का जाप: सावन के महीने में प्रतिदिन “ओम नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।
दान-पुण्य करें: इस पवित्र माह में जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र, और धन का दान करें। इससे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान होता है।
सावन का महीना और इस बार का दुर्लभ संयोग भगवान शिव की उपासना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस समय पूजा-अर्चना और विशेष उपायों को अपनाकर आप अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति कर सकते हैं। इसलिए, इस शुभ संयोग का लाभ उठाएं और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें।