ऋषभ चौरसियाः-
रक्षाबंधन का त्योहार न सिर्फ भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है, बल्कि हिंदू धर्म में इसे एक पवित्र और शुभ दिन के रूप में भी माना जाता है। इस साल, 19 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। हर साल की तरह, इस बार भी बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके जीवन की सुख-समृद्धि की कामना करेंगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने की शुरुआत भगवानों से करनी चाहिए?
हिंदू धर्म में मान्यता है कि रक्षाबंधन के दिन कुछ विशेष देवताओं को राखी अर्पित करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है, और इससे भाई-बहन के रिश्ते में और भी अधिक शुभता आती है। आइए, जानते हैं कि इस पवित्र अवसर पर किन देवताओं को राखी अर्पित करने से विशेष फल मिलता है और कैसे इस अनुष्ठान का पालन किया जा सकता है।
सबसे पहले गणेश जी को बांधें राखी
भगवान गणेश को देवताओं में प्रथम पूजनीय माना जाता है। इसलिए रक्षाबंधन के दौरान सबसे पहले गणपति जी को राखी अर्पित करें। ऐसा करने से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं और त्योहार की शुभता बढ़ जाती है।
हनुमान जी को राखी बांधें और पाएं अद्भुत फल
हनुमान जी को राखी बांधना अत्यंत फलदायी माना जाता है, विशेषकर उन बहनों के लिए जो अपने भाई से दूर हैं। जो बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी नहीं बांध पातीं, वे हनुमान जी को राखी अर्पित करके अपने भाई की लंबी उम्र और रक्षा की प्रार्थना कर सकती हैं।
महादेव को राखी अर्पित करने से होगा कल्याण
रक्षाबंधन के इस पवित्र अवसर पर महादेव को राखी चढ़ाने की परंपरा भी है। कहा जाता है कि महादेव को राखी अर्पित करने से सभी समस्याओं का निवारण होता है और भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।
श्री कृष्ण को राखी बांधकर पाएं रक्षा का आशीर्वाद
कई बहनें भगवान श्री कृष्ण को अपना भाई मानती हैं और रक्षाबंधन के दिन उन्हें राखी बांधती हैं। ऐसा माना जाता है कि पूरी श्रद्धा के साथ ऐसा करने पर श्री कृष्ण अपने भक्तों की हर मुसीबत से रक्षा करते हैं।
रक्षाबंधन के खास अनुष्ठान
रक्षाबंधन के दिन बहनों को सुबह स्नान करने के बाद भगवान को एक थाली में सुंदर सजी हुई राखियां चढ़ानी चाहिए। इसके बाद भगवान के माथे पर कुमकुम और चावल लगाकर राखी बांधें और उनकी आरती उतारें। भगवान को लड्डुओं का भोग लगाकर उनसे जीवनभर रक्षा करने की प्रार्थना करें।
इस रक्षाबंधन, भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले इन दिव्य अनुष्ठानों का पालन करें और इस पवित्र पर्व को और भी मंगलमय बनाएं।
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