आनन्द कुमारः-
भारत की 22 वर्षीय युवा शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 मे दो पदक जीतकर इतिहास रच दिया है उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक और 10 मीटर एयर पिस्टल की मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। मिश्रित टीम में मनु के साथ सरबजोत सिंह भी थे।
मनु भाकर का संघर्षपूर्ण सफर
मनु भाकर के लिए टोक्यो ओलंपिक से इस ओलंपिक में पदक जीतने तक का सफर आसान नहीं रहा है। इस दौरान उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया और डिप्रेशन से भी गुजरीं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। टोक्यो में खराब प्रदर्शन के बाद वह इस खेल को छोड़ने पर विचार कर रही थीं, लेकिन उन्होंने अपना हौसला बनाए रखा और जमकर मेहनत की।
मनु भाकर का संकल्प
मनु भाकर ने अपने प्रदर्शन से साबित कर दिया है कि मेहनत और संकल्प के बल पर किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में अपनी जीत के बाद कहा, “यह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण जीत है। मैंने अपने आप पर विश्वास बनाए रखा और अपने लक्ष्य की ओर मेहनत करती रही।”
पेरिस ओलंपिक में भारत का गौरव
मनु भाकर की इस उपलब्धि ने भारत को गर्वान्वित किया है। उनके जीत के बाद देश भर से उन्हें बधाई संदेश मिलने लगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई देते हुए कहा, “मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में अपने अद्भुत प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया है। उनकी मेहनत और संकल्प प्रेरणादायक हैं।
“मनु भाकर की इस जीत ने भारतीय खेल जगत में एक नया अध्याय जोड़ दिया है और यह साबित कर दिया है कि भारतीय युवा खिलाड़ी किसी से कम नहीं हैं। उनकी इस ऐतिहासिक जीत से भारत के अन्य खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी छाप छोड़ने के लिए प्रेरित होंगे।