आनन्द कुमारः-
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ ED (प्रवर्तन निदेशालय) के तहत देश के सबसे कठोर कानून पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत गंभीर आरोप लगाए गए थे। इस कानून के तहत बेल मिलना बेहद मुश्किल होता है, लेकिन कोर्ट ने उन्हें और मनीष सिसोदिया को बेल दे दी है। केजरीवाल ने कहा कि कोर्ट ने उनके पक्ष में जो भी हो सकता था, वो कर दिया है और इसके लिए वे न्यायपालिका के आभारी हैं।
हालांकि, कोर्ट से बेल मिलने के बावजूद केजरीवाल ने जनता का फैसला अधिक महत्वपूर्ण माना है। उन्होंने कहा, “मैं तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा जब तक जनता अपना फैसला न सुना दे।” केजरीवाल ने यह भी ऐलान किया कि वह दो दिन के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे और जनता के बीच जाकर अपने ईमानदार या दोषी होने का फैसला लेंगे।
उन्होंने देश की जनता और विशेषकर दिल्ली की जनता से अपील की कि वे खुद तय करें कि केजरीवाल ईमानदार हैं या गुनहगार। केजरीवाल ने यह भी कहा कि वे गली-गली जाकर जनता से संपर्क करेंगे और जब तक जनता का समर्थन नहीं मिलेगा, तब तक मुख्यमंत्री पद पर नहीं बैठेंगे