ऋषभ चौरसियाः-
इंटरनेट की दुनिया में हर क्लिक के साथ खतरों का एक नया जाल बिछा हुआ है। अगर आप भी गंदी फिल्में देखने के शौकीन हैं, तो सावधान हो जाइए! लखनऊ में साइबर अपराधियों ने अब लोगों की गूगल सर्च हिस्ट्री को अपना हथियार बना लिया है। वो लोग, जो समझते थे कि उनकी ऑनलाइन गतिविधियां उनके निजी दायरे में हैं, अब उसी गोपनीयता का फायदा उठाकर ठगी का शिकार बन रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से साइबर क्राइम का एक नया और बेहद खतरनाक तरीका सामने आया है। साइबर अपराधियों ने अब उन लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है, जो अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर गंदी फिल्में देखते हैं। ये ठग पहले लोगों की गूगल सर्च हिस्ट्री को ट्रैक करते हैं और फिर उन्हें एक फर्जी कानूनी नोटिस भेजते हैं। इस मेल में उन पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखने का गंभीर आरोप लगाते हुए, कानूनी कार्रवाई की धमकी दी जाती है। मेल की भाषा और उसमें इस्तेमाल किए गए नाम इतने विश्वसनीय होते हैं कि लोग घबरा जाते हैं।
फर्जी मेल ने उड़ा दी लोगों की नींद
इस फर्जी मेल में इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक तपन डेका से लेकर इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर के सीईओ का नाम इस्तेमाल किया जाता है। इन प्रतिष्ठित नामों का इस्तेमाल कर ठग लोग मेल की विश्वसनीयता बढ़ाते हैं, ताकि पीड़ित तुरंत उनकी बातों में आ जाएं। जैसे ही ये मेल लोगों के इनबॉक्स में पहुंचता है, वे घबराहट में आ जाते हैं। कुछ लोग तो तुरंत मेल डिलीट कर देते हैं या अपना ईमेल आईडी इनएक्टिव कर देते हैं, जबकि कई लोग, जो घबराहट में ठगों के झांसे में फंस जाते हैं, अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं।
साइबर पुलिस की चेतावनी: सावधान रहें, सतर्क रहें
लखनऊ में साइबर सेल ने इस तरह के मेल के बारे में कई शिकायतें प्राप्त की हैं। हालांकि, ज्यादातर लोग शर्म और डर के कारण खुलकर शिकायत दर्ज नहीं करा पाते हैं। अपनी पहचान गुप्त रखते हुए, उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी है। साइबर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लोगों को सतर्क किया है। अधिकारियों ने साफ किया है कि ये मेल पूरी तरह से फर्जी है और इसे नजरअंदाज करने में ही समझदारी है।
मानसिक तनाव में जी रहे लोग
ऐसे मेल को पढ़ने के बाद कई लोग मानसिक तनाव का शिकार हो गए हैं। डर के मारे कुछ ने मेल डिलीट कर दिया, तो कुछ ने अपनी ईमेल आईडी ही इनएक्टिव कर दी। भले ही ऐसे लोग ठगी से बच गए हों, लेकिन उनके जीवन में अनावश्यक तनाव जरूर पैदा हो गया। वहीं, कुछ लोग, जिन्होंने मेल के बाद आने वाले फोन कॉल्स पर ठगों से बातचीत की, वे अपनी जमा-पूंजी खो चुके हैं।
साइबर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें इस तरह का कोई मेल मिले तो वे घबराएं नहीं। यह सिर्फ ठगी का एक नया तरीका है। सतर्क रहें और तुरंत साइबर सेल से संपर्क करें।