आनन्द कुमारः-
अमरोह,उत्तर प्रदेशः हाल ही में एक स्कूल में एक संवेदनशील और विवादास्पद घटना सामने आई है, जिसने शिक्षा प्रणाली और धार्मिक भेदभाव पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं। नर्सरी में पढ़ने वाले एक मुस्लिम बच्चे को केवल इसलिए स्कूल से निकाल दिया गया क्योंकि उसने नॉनवेज लाया था।
स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि बच्चे ने स्कूल में सभी छात्रों को मुसलमान बनाने की बात की थी और कॉपी पर मंदिर बनाकर उसपर चाकू मारता है। इसी आरोप के चलते बच्चे को स्कूल से सस्पेंड कर दिया गया। इस निर्णय के बाद, बच्चे के परिजनों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और प्रिंसिपल की कार्रवाई की मांग की। वे डीएम ऑफिस पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई।
कांग्रेस के नेता मिराज हुसैन भी इस मामले में सक्रिय हो गए। उन्होंने बच्चे के परिवार से मुलाकात की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। हुसैन ने परिवार को आश्वस्त किया कि न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
इस बीच, स्कूल के प्रिंसिपल का बयान और भी विवादित हो गया। उन्होंने कहा कि वे स्कूल में उन बच्चों को नहीं पढ़ा सकते जो नॉनवेज लाते हैं और हमारे मंदिरों को तोड़ते हैं। प्रिंसिपल ने आरोप लगाया कि बच्चे के माता-पिता ने बार-बार अपने बच्चे को नॉनवेज लेकर स्कूल भेजा और बच्चे ने भी स्कूल में सबको नॉनवेज खिला-खिला कर मुसलमान बनाने की बात कही।
इस घटना के बाद, कांग्रेस नेता मिराज हुसैन ने बच्चों की मां से मुलाकात की। मां ने बताया कि दो तारीख को उनका बच्चा स्कूल गया था, असेंबली के बाद उसे बुलाया गया, पीटा गया और इसकी वीडियो भी बनाई गई।