ऋषभ चौरसियाः-
सोमवार को अदाणी समूह की सभी 10 सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में शुरुआती कारोबार के दौरान जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर में सबसे भारी गिरावट आई, जो 17 प्रतिशत तक पहुंच गई। इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी शोध और निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट है, जिसने अदाणी समूह को फिर से विवादों के घेरे में ला खड़ा किया है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धबल बुच पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, बुच दंपति ने बरमूडा और मॉरीशस में गुप्त विदेशी कोषों में अघोषित निवेश किया था, जिन्हें कथित तौर पर अदाणी समूह के चेयरपर्सन गौतम अदाणी के बड़े भाई, विनोद अदाणी ने समूह की कंपनियों के शेयरों की कीमतें बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया।
इसके जवाब में बुच दंपति ने सफाई दी कि ये निवेश सिंगापुर में उनके निवास के दौरान 2015 में किए गए थे, जब वे एक आम नागरिक के रूप में वहां रह रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि सेबी में उनकी नियुक्ति के बाद ये कोष निष्क्रिय हो गए।
इस खबर के फैलते ही अदाणी टोटल गैस के शेयर में 13.39 प्रतिशत, एनडीटीवी में 11 प्रतिशत और अदाणी पावर में 10.94 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। अन्य कंपनियों के शेयरों में भी क्रमशः अदाणी ग्रीन एनर्जी में 6.96 प्रतिशत, अदाणी विल्मर में 6.49 प्रतिशत, अदाणी एंटरप्राइजेज में 5.43 प्रतिशत, अदाणी पोर्ट्स में 4.95 प्रतिशत, अंबुजा सीमेंट्स में 2.53 प्रतिशत और एसीसी में 2.42 प्रतिशत की गिरावट आई।