आनन्द कुमारः-
अयोध्या में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है जिसमें 12 साल की मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप के आरोप में समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर अध्यक्ष मोइद खान और उसकी बेकरी में काम करने वाले एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना उस वक्त की है जब बच्ची अपनी मासूमियत के दौर से गुजर रही थी और उसे दुनिया की समझ नहीं थी। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है और समाज में गहरा आक्रोश फैला दिया है।
आरोप है कि सपा नेता मोइद खान ने पहले बच्ची के साथ बलात्कार किया और फिर इसका वीडियो बनाया। इस वीडियो के जरिए धमकी देकर उसने और उसका साथी करीब ढाई महीने तक बच्ची के साथ यह घिनौनी करतूत करते रहे। अब मामला खुलने के बाद बच्ची दो महीने की गर्भवती पाई गई है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जब इस मामले की जानकारी अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद से ली गई, तो उनका जवाब हैरान करने वाला था। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे अपनी पार्टी के नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे, तो उन्होंने इस सवाल को टाल दिया और कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा।
पीड़ित बच्ची के पिता की दो साल पहले मौत हो चुकी है और घर का गुजारा उसकी मां और बहनों के द्वारा मजदूरी से होता है। घटना के दिन बच्ची मजदूरी कर घर लौट रही थी जब मोइद खान की बेकरी में काम करने वाला राजू उसके पास आया और कहा कि मोइद खान उसे बुला रहा है। जब बच्ची वहां पहुंची, तो मोइद खान ने उसके साथ बलात्कार किया और राजू ने मोबाइल से इसका वीडियो बनाया। इसके बाद राजू ने भी बच्ची के साथ वही घिनौनी हरकत की। इस घटना के बाद दोनों लगातार बच्ची का शोषण करते रहे।
इस घिनौनी घटना के बाद क्षेत्र के लोग बेहद गुस्से में हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित बच्ची की मां ने कहा, “हमने कभी सोचा भी नहीं था कि हमारी बच्ची के साथ ऐसा कुछ होगा। हमें न्याय चाहिए और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।”
इस घटना ने न केवल अयोध्या बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया है। सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और वे सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और दोषियों को कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। समाजवादी पार्टी ने भी इस घटना की निंदा की है और कहा है कि अगर उनके पार्टी के किसी सदस्य ने यह घिनौनी हरकत की है तो उसे पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर से समाज में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह आवश्यक है कि समाज और सरकार मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं ताकि भविष्य में कोई और बच्ची ऐसी दरिंदगी का शिकार न बने।
इस घटना का असर आने वाले दिनों में समाजवादी पार्टी और उसके नेताओं की छवि पर भी पड़ेगा। अब देखना यह है कि इस मामले में न्याय कब और कैसे मिलता है, और दोषियों को कब सजा मिलती है।