आनन्द कुमारः-
दिल्ली राजधानी से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक पानी भरने से दो छात्राओं की मौत हो गई है, जबकि एक छात्र अभी भी लापता है। इस हादसे ने छात्रों और उनके परिजनों को गहरा सदमा दिया है।
हादसे की विस्तृत जानकारी
घटना शाम 7 बजे की है जब कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक पानी भरना शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पानी तेजी से और भारी प्रेशर के साथ बेसमेंट में भरने लगा। वहां मौजूद छात्रों ने बचने की कोशिश की, लेकिन पानी का प्रेशर इतना ज्यादा था कि सीढ़ियों तक पहुंचना मुश्किल हो गया। कुछ ही मिनटों में पूरे बेसमेंट में 12 फीट ऊंचाई तक पानी भर गया।
प्रत्यक्ष दर्शियों की बयान
चश्मदीद ने बताया, “गेट की तरफ से पानी तेज प्रेशर के साथ आ रहा था। हमने बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन पानी का प्रेशर इतना ज्यादा था कि हम सीढ़ियां ही नहीं चढ़ सके। पलक झपकते ही पूरा बेसमेंट फ्लैश फ्लड की तरह पानी से भर गया। हमें बचाने के लिए रस्सियां फेंकी गईं, लेकिन गंदे पानी में हम रस्सियां देख ही नहीं पा रहे थे।”
राहत और बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलते ही अग्निशमन सेवा और NDRF की टीमें मौके पर पहुंच गईं। दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने भी मौके का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया, “दिल्ली के मेयर और स्थानीय विधायक भी घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत कार्य तेजी से चल रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस घटना की पूरी जांच कराएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा मंत्री का बयान
शिक्षा मंत्री आतिशी ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि जल्द से जल्द लापता छात्र का पता लगाया जाए और उसे सुरक्षित निकाला जाए। इसके साथ ही हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।”
सुरक्षा उपायों पर सवाल
इस घटना ने कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्रों और उनके परिजनों ने इस घटना के बाद कोचिंग सेंटरों में आपातकालीन व्यवस्था और सुरक्षा मानकों की जांच की मांग की है।
राव IAS कोचिंग सेंटर में हुई इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। दो मासूम जिंदगियों का इस तरह से खो जाना अत्यंत दुखद है। अब यह देखना होगा कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं। सरकार और संबंधित अधिकारियों को चाहिए कि वे कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करें ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।