ऋषभ चौरसियाः-
वाराणसी में हाल ही में घटित पुलिसकर्मियों की अपराधिक गतिविधियों ने पुलिस विभाग की साख पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। खासकर, प्राइवेट क्राइम ब्रांच बनाकर लाखों की लूट करने वाले दरोगा के कृत्य और बलिया में हुए भ्रष्टाचार के मामलों ने पुलिस की विश्वसनीयता को झकझोर कर रख दिया है। ऐसे में, पुलिस विभाग ने अपनी छवि सुधारने और अपराध पर लगाम कसने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में, नदेसर दरोगा और बलिया के भ्रष्टाचार कांड पर विशेष चर्चा हुई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि अपराधियों पर निगरानी के साथ-साथ अब पुलिस कमिश्नर की विशेष टीम चौकी इंचार्जों और दरोगाओं की भी कड़ी निगरानी करेगी। जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायतें हैं, उनकी पूरी कुंडली खंगाली जाएगी और भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने का संकल्प
बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि 2019 बैच के दरोगा पुलिस की रडार पर रहेंगे और उनके कृत्यों का पूरा विवरण तैयार किया जाएगा। जिन पुलिसकर्मियों का प्रदर्शन बेहतर होगा, उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा। वहीं, भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नर ने सभी थानेदारों और दरोगाओं को कर्तव्य पालन, ईमानदारी और निष्पक्षता का पाठ पढ़ाया और उन्हें चेतावनी दी कि मुख्यालय स्तर से टीम गठित कर उनके कार्यों का फीडबैक लिया जा रहा है।
यातायात और अतिक्रमण पर भी चर्चा
इस महत्वपूर्ण बैठक का मुख्य एजेंडा यातायात में सुधार और अतिक्रमण अभियान था। पुलिस कमिश्नर ने थानेदारों को निर्देश दिया कि वे जनप्रतिनिधियों से संयमित बातचीत करें और किसी भी अवैध कृत्य में लिप्त न हों। पूर्वांचल स्कूल एसोसिएशन की मीटिंग में सीपी ने स्कूल संचालकों को आश्वासन दिया कि स्कूलों के 100 मीटर दायरे में कोई भी पान, सिगरेट और शराब की दुकान नहीं होगी। इसके अलावा, एंटी रोमियो स्क्वायड को सक्रिय रखने और स्कूल की छुट्टी के समय यातायात व्यवस्था को मैनेज करने के निर्देश भी दिए गए।
मीटिंग में शामिल अधिकारी और उनके निर्देश
मीटिंग में अपर पुलिस आयुक्त एस. चन्नप्पा, डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल, डीसीपी वरुणा जोन चन्द्रकान्त मीना, डीसीपी यातायात हृदेश कुमार सहित अन्य कई अधिकारी उपस्थित थे। इस बैठक में निम्नलिखित बिंदुओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए:
- मार्ग पर किसी प्रकार का कोई अतिक्रमण न हो।
- अस्थायी दुकानदार सड़क को अतिक्रमित न करें।
- स्थायी दुकानदार सड़क पर सामान न रखें।
- दुकानों के सामने ठेले और सब्जी मंडी न लगें।
- ठेले और सब्जी नगर निगम के चिन्हित स्थलों पर ही लगें।
- दुकानों के आगे अवैध पार्किंग को रोका जाए।