Varanasi: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) की सेंट्रल लाइब्रेरी एक बार फिर ख़बरों में है. क्योंकि विश्वविद्यालय की छात्राओं ने यहां देर रात तक पढ़ाई की मांग की है. छात्रों के जैसे ही छात्राओं को देर रात तक लाइब्रेरी में पढ़ाई करने दिया जाए यही मांग है. छात्राओं की एक प्रतिनिधिमंडल ने इस बाबत BHU के चीफ प्रॉक्टर से भी मुलाकात की है.
सोमवार यानी आज BHU की छात्राओं का डेलीगेशन विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रो. अभिमन्यु सिंह से मिला. यूनिवर्सिटी कैंपस में महिला सुरक्षा और अन्य सुविधाओं को लेकर एक मांग पत्र सौंपा गया. छात्राओं ने रात में हॉस्टल बंद हो जाने और लाइब्रेरी में ना जाने देने की शिकायत भी की. छात्राओं ने चीफ प्रॉक्टर एक सामने यह सवाल रखा कि “यदि देर रात लड़के लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ सकते हैं तो लड़कियों को क्यों हॉस्टल में कैद रखा जाता है?” बता दें कि छात्रों के लिए सेंट्रल लाइब्रेरी 24 घंटे खुली रहती है. रात भर छात्र लाइब्रेरी में पढ़ाई कर सकते हैं.

कैंपस में सुरक्षा भी मुद्दा:
विश्वविद्यालय की छात्राओं ने अपने ज्ञापन में सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया है. छात्रों का कहना है कि आए दिन परिसर में छात्राओं संग अभद्रता की घटनाएं सामने आती हैं. आपको बता दें की बीते एक महीने में परिसर में छेड़खानी की 4 घटनाएं दर्ज हुई हैं. इन पर लगाम लगनी चाहिए. साथ ही कैंपस में कई मौकों पर डीजे बजाने पर भी रोक लगाई जाए. क्योंकि इससे विश्वविद्यालय में पढ़ाई-लिखाई का माहौल प्रभावित होता है.

छात्राओं का कहना है की “वो अपनी मांगों के समाधान के बिना चुप नहीं बैठेंगी और जरूरत पड़ने पर इसके लिए लड़ाई भी लड़ेंगी. जब हर जगह बराबरी की बात हो रही है तो उनके साथ ये भेदभाव अन्याय है. जब BHU जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में उन्हें बराबरी का अधिकार और सुरक्षा नहीं मिल रही तो ये सारे दावे खोखले साबित होंगे. जिसपर चीफ प्रॉक्टर ने जल्द से जल्द निराकरण की बात कही.
बता दें कि प्रतिनिधिमंडल में शामिल छात्राओं ने कहा है कि “अगर उनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो जल्द ही गांधी जी के रास्त पर चलते हुए आंदोलन करेंगी.” प्रतिनिधिमंडल में मानसी शुक्ला, खुशी सिंह, श्रेया शुक्ला, शिवांगी शुक्ला, शिवांगी यादव, पूजा कुमारी, सारिका, चंदन मेहता और अनीक देव सिंह शामिल रहें.