उत्तराखंड के टिहरी में जमीन के विवाद में एक 6 साल के बच्चे को जेल की सज़ा दे दी गई. अपनी ही जमीन नहीं बेचने पर भू-माफियाओं ने SC/ST एक्ट का गलत इस्तेमाल कर एक महिला और उसके मासूम बच्चे को जेल की सलाखों के पीछे भेजवा दिया. आरोप है कि SC/ST कानून के तहत फर्जी मुकदमा किया गया था. जिसमें मां-बेटे पर कार्रवाई हुई है.
मामला ये है कि दस्तावेजों में जमीन पीड़ित परिवार के नाम पर है. भू-माफिया अपनी राजनीतिक पैठ का इस्तेमाल कर जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं. ऐसा आरोप है. पीड़ित परिवार का कहना है कि जमीन के दस्तावेजों के आधार पर बीते साल मार्च के महीने में पेयजल और बिजली के कनेक्शन के लिए अप्लाई किया था. लेकिन भू-माफियाओं ने प्रशासन से साठ-गांठ कर कनेक्शन नहीं मिलने दिया. जिसके बाद जमीन हड़पने की कोशिश भी हुई.
आरोप है कि इन सब के बावजूद पीड़ित परिवार अपनी जमीन बेचने पर राज़ी नहीं हुआ. जिस पर माफियाओं ने पूरे परिवार पर SC/ST एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवा दिया. मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने राजनीतिक दबाव में लक्ष्मी देवी, सीता देवी, अमित, अतुल और 6 साल के अभिनव को जेल में डाल दिया. सबसे बड़ी बात है कि इस केस में धामी सरकार के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का भी नाम सामने आया है.
फर्जी तरीके से केस दर्ज:
‘फलाना ढिकाना’ नाम की एक वेबसाइट ने इस मसले पर रिपोर्ट किया है. रिपोर्ट की मानें तो जिस महिला ने पीड़ित परिवार SC/ST एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाया है वो आगरा की रहने वाली है. महिला के जाति प्रमाण पत्र की जांच किए बगैर मुकदमा दर्ज करने का भी आरोप है.
बहरहाल 5 लोग जिनमें एक मासूम बच्चा भी शामिल है, जेल की सज़ा काट रहे हैं. पीड़ित परिवार ने जेल में ही भूख हड़ताल भी शुरू कर दिया है. न्याय के लिए गुहार लगा रहा है पूरा परिवार. परिवार की मांग है कि मामले की CBI जांच हो. फर्जी तरीके से दर्ज मुकदमा वापस लिया जाए. साथ ही उनकी सज़ा खत्म हो.
सवाल ये है कि अगर मुकदमा सही भी है तो 6 साल के एक छोटे से बच्चे को क्यों जेल भेजा गया? 6 साल के बच्चे को जेल भेजने को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं. इतिहास लेखक अशोक कुमार पांडेय ने इस मामले पर एक ट्वीट करते हुए लिखा है कि “छह साल के बच्चे को जेल भेजना किस क़ानून के तहत सही हो सकता है? यह तो सीधा-सीधा अन्याय है.”
शुभम शुक्ला नाम के यूजर ने इस केस का अपडेट शेयर करते हुए लिखा है कि “SC-ST एक्ट में गिरफ्तार मां के साथ ये बच्चा अभी भी जेल में है. इस केस को कोई मीडिया रिपोर्ट्स नहीं करेगी.”