Uttar Pradesh University Exams. उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य विश्वविद्यालयों की वार्षिक परीक्षा पर बड़ा फैसला लिया है। राज्य शिक्षा मंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने मंगलवार की शाम परीक्षाओं पर हुए निर्णय का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने तय किया है कि Covid-19 महामारी के कारण इस साल स्नातक (Graduation) प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को प्रोन्नत (Promote) किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने कहा है कि “स्नातक द्वितीय एवं अंतिम वर्ष तथा स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं होंगी।” मतलब कि सिर्फ प्रथम वर्ष के ही छात्रों को प्रोमोट किया जाएगा। द्वितीय वर्ष के छात्रों को परीक्षा देनी होगी। जबकि ये माना जा रहा था कि सिर्फ अंतिम वर्ष की ही परीक्षाएं होंगी।
कैसे होगी परीक्षा:
डाॅ. दिनेश शर्मा ने कहा है कि द्वितीय वर्ष और अंतिम वर्ष की परीक्षाओं का प्रारूप विश्वविद्यालय तय करेंगे। “विश्वविद्यालय द्वारा स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए मध्य-अगस्त तक संपन्न की जाएगी परीक्षा प्रणाली का सरलीकरण – OMR आधारित/ बहुविकल्पीय/ विस्तृत प्रश्नों का सम्मिश्रण किया जा सकेगा।” परीक्षा की अवधि घटाकर एक-डेढ़ घंटा की जा सकती है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय की परीक्षाओं के लिए एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। समिति में तीन अलग अलग विश्वविद्यालयों के कुलपति शामिल हैं। इसी समिति की सिफारिश पर ही परीक्षाओं को लेकर राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है।