वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में ASI सर्वे का कार्य जारी है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद आज लगातार दूसरे दिन ज्ञानवापी में सर्वे हुआ. सर्वे के दौरान ASI की टीम ने ज्ञानवापी परिसर के अलग-अलग हिस्सों में फोटोग्राफी और मैपिंग का काम किया. दिन भर ज्ञानवापी इलाके में हलचल बनी रही. लेकिन इस बीच ज्ञानवापी परिसर से बाहर निकलीं हिंदू पक्ष की वादी सीता साहू के एक दावे ने हड़कंप मचा दिया.
ज्ञानवापी में आज सुबह 9 बजे सर्वे का काम शुरू हुआ. 60 सदस्यों वाली ASI की टीम परिसर में पहुंची. GPR तकनीक के तहत सर्वे शुरू हुआ. खास बात ये रही कि आज ज्ञानवापी परिसर में मुस्लिम पक्ष भी मौजूद था. बता दें कि पहले दिन मुस्लिम पक्ष ने सर्वे का बहिष्कार किया था. आज सुबह से ही ये उम्मीद जताई जा रही थी कि मुस्लिम पक्ष तहखाने की चाबी सौंपेगा. तहखाना खोला जाएगा और भीतर सर्वे होगा.

सर्वे के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद के केयरटेकर एजाज अहमद ने सर्वे टीम को मस्जिद की चाबी दी. मस्जिद खोला गया. भीतर ASI की टीम घुसी और सर्वे का काम शुरू हुआ. इस बीच दोपहर करीब 1 बजे टीम लंच ब्रेक के लिए बाहर निकली. हिंदू और मुस्लिम पक्ष के लोग भी बाहर निकले. हिंदू पक्ष की वादी सीता साहू ने इस दौरान मीडिया से बातचीत में बड़ा दावा कर दिया.
सीता साहू ने कहा कि “ज्ञानवापी के भीतर कुछ खंडित मूर्तियां मिली हैं. दीवारों पर कई सनातनी कलाकृतियां देखी गई हैं. इसके अलावा कुछ आधी पशु और आधी मनुष्य की आकृतियां भी मिलीं.”

सीता साहू के बयान के बाद सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी वायरल होने लगी हैं. दावा किया जा रहा है कि ये उन्हीं खंडित मूर्तियों की तस्वीरें हैं जिसके बारे में सीता साहू कह रही थीं.
सच्चाई क्या है ?
सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या ये तस्वीरें आज के सर्वे के दौरान की हैं. इसका पुख्ता जवाब दे पाना मुश्किल है. लेकिन बहुत संभव है कि ये तस्वीरें पिछले साल ज्ञानवापी में हुई वीडियोग्राफी के दौरान की हों. बता दें कि पिछले साल जब ज्ञानवापी विवाद सुर्खियों में था तब कोर्ट के आदेश एडवोकेट कमिश्नर के नेतृत्व में ज्ञानवापी परिसर में वीडियोग्राफी कराया गया था. इसी दौरान वजूखाने की भी तस्वीरें सामने आई थीं.

इस बार ASI की टीम जो सर्वे कर रही है उसमें ज्ञानवापी परिसर के भीतर क्या कुछ हो रहा है उसकी तस्वीरें या कोई वीडियो सामने नहीं आ रहा है. ऐसे में ये दावा ग़लत लगता है कि जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं वो ASI सर्वे में मिली खंडित मूर्तियों की तस्वीरें हैं.
सुप्रीम कोर्ट का आदेश:
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर में ASI सर्वे का फैसला सुनाया. मुस्लिम पक्ष इस फैसले के खिलाफ़ सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर के ढ़ांचे को कोई क्षति नहीं पहुंचनी चाहिए. साथ ही ये भी आदेश दिया कि सर्वे का रिपोर्ट सील बंद लिफाफे में पेश किया जाए. ऐसे में सर्वे के दौरान मिल रही चीज़ों का ऐसे सामने आ पाना फिलहाल संभव नहीं है.