तस्वीर है. तस्वीर के कई पहलू हैं. किस्से हैं. किस्सों के सिरे हैं. एक भाई है जो नेता है. एक बहन है जो नेत्री है. दोनों के कंधों पर हिंदुस्तान की सबसे पुरानी पॉलिटिकल पार्टी की नैय्या पार लगाने की जिम्मेदारी है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की ये तस्वीर है. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक आयोजन में दोनों भाई-बहन मौजूद थे.
इस दौरान प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में राहुल गांधी पर गर्व जताया. कहा कि दुनिया की कोई शक्ति उनके भाई को खरीद नहीं सकती. अडानी और अंबानी भी नहीं खरीद पाए. प्रियंका गांधी ने कहा कि “मेरे भाई तुम पर गर्व है. तुम योद्धा हो.”
बहरहाल हम तस्वीर पर लौटते हैं. तस्वीर में राहुल प्रियंका के कंधे पर हाथ रखे हुए हैं. और बड़े दुलार के साथ बहन प्रियंका को राहुल गांधी चूम लेते हैं. प्रियंका अपने भाई के बचपने भरे प्रेम और दुलार पर हंसती हैं. ये तस्वीर जैसे ही सामने आई, सबको मालूम था कि इस पर बहस होगी. राहुल गांधी पर कुछ ठप्पे लगेंगे. उनके सिर कुछ भद्दी बातें मढ़ी जाएंगी. हुआ भी यही. सोशल मीडिया पर सियासी पोषण पाने वाली आईटी सेल टूट पड़ी.
अनाप-शनाप बातें कही गईं. कुछ ने कहा कि राहुल को इस तरह का बर्ताव नहीं करना चाहिए. इससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचता है. दरअसल ये लोग कब्जियत से भरी और बेहद निष्ठुर हाव-भाव में सार्वजनिक जीवन जीने वाले नेताओं आदी हो चुके हैं. ये लोग संवेदनहीन हो चुकी सियासत को देखने-सुनने में माहिर हो गए हैं. संवेदनशीलता देखते ही इनकी आंखें चौंधिया जाती हैं.
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कितनी सामान्य सी बात है एक भाई का अपने बहन के प्रति प्रेम. बचपन में कौन भाई-बहन घोड़ा गाड़ी, लुक्का-छिप्पी, पहाड़-पानी जैसे खेल नहीं खेले होंगे. घर की बेटी पुरुषों को यही तो सिखाती है न! बहन-बेटियां आपको दुलार ही तो सिखाती हैं. सलीका थोड़ा बेहतर इंसान बनने का. कठोर होने के आडंबर को तजकर थोड़ा और संवेदनशील ही तो बनाती हैं.
जरूरी बात ये है कि राहुल गांधी भारत की वर्तमान राजनीति में एक नई और जरूरी किस्म की रेखा खींच रहे हैं. एक भाई दुलार से अपनी बहन को चूम लेता है और ये आप देख नहीं पा रहे, ये तस्वीर आपको असहज कर रही है या फिर आप इसे सार्वजनिक जीवन में ठीक नहीं मान रहे तो ये राहुल गांधी की नहीं आपकी दिक्कत है. राहुल गांधी को नहीं बल्कि इन असहज होते लोगों को अपने में सुधार करने की जरूरत है. समाज को उन्नत बनाइए. कुंठित नहीं. प्रेम और दुलार को बरतने से अच्छे इंसान बनेंगे.