आनन्द कुमारः-
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि देश की 90% आबादी को मौजूदा सिस्टम से जोड़ा नहीं गया है, जबकि उनमें योग्यता, कौशल और प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। इसी कारण से कांग्रेस जाति आधारित जनगणना की मांग कर रही है, जो राहुल गांधी के अनुसार, केवल एक जनगणना नहीं बल्कि नीति निर्माण की एक मज़बूत नींव है।
राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेता कह रहे हैं कि जाति जनगणना के बाद ओबीसी वर्ग के लिए कुछ विशेष प्रावधान किए जाएंगे, लेकिन कांग्रेस का उद्देश्य सिर्फ जनगणना नहीं है। राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि उनके लिए जाति जनगणना का असल उद्देश्य विभिन्न समुदायों की सूची तैयार करना और यह जानना है कि संपत्ति का वितरण कैसे हो रहा है।
उन्होंने कहा, “केवल जाति जनगणना करना काफी नहीं है, यह भी महत्वपूर्ण है कि यह पता लगाया जाए कि ओबीसी, दलित, मजदूर, और समाज के अन्य कमजोर वर्गों की भागीदारी नौकरशाही, न्यायपालिका, मीडिया जैसे क्षेत्रों में कितनी है।” राहुल गांधी के अनुसार, यह जानकारी सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसके आधार पर नीतियां बननी चाहिएं जो समाज के हर वर्ग को उनके अधिकार दिला सकें। राहुल गांधी का यह बयान उस समय आया है जब देश में जाति आधारित जनगणना की मांग जोरों पर है, और इस मुद्दे पर विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच गहन चर्चा हो रही है। कांग्रेस ने अपने रुख को स्पष्ट करते हुए कहा है कि उनकी प्राथमिकता समाज के हर वर्ग को न्याय दिलाने की है, और इसके लिए जाति जनगणना एक अहम कदम है।