आनन्द कुमारः-
महाराष्ट्र के पालघर जिले में स्थित मालवन में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने की घटना ने पूरे राज्य में गहरी संवेदना और आक्रोश पैदा किया है। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रभावित लोगों से माफी मांगी है। उन्होंने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को अपने आराध्य मानते हैं और इस घटना से गहरे आहत हुए हैं, उनके प्रति वह अपना सिर झुकाकर क्षमा याचना करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना के संदर्भ में अपने वक्तव्य में कहा, “जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को अपने देवता के रूप में मानते हैं और इस घटना से गहरे आहत हुए हैं, मैं उनके प्रति अपनी विनम्रता प्रकट करते हुए क्षमा याचना करता हूँ। हमारे लिए कुछ भी हमारे देवता से बड़ा नहीं है। यह घटना हमारी भावनाओं और हमारे आदर्शों के खिलाफ है।”
मालवन में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा, जो इस क्षेत्र के लोगों के लिए न केवल एक ऐतिहासिक प्रतीक थी बल्कि उनकी सांस्कृतिक पहचान का भी महत्वपूर्ण हिस्सा थी, किसी कारणवश गिर गई। इस घटना ने पूरे राज्य में गुस्से और दुख की लहर पैदा कर दी है। प्रतिमा का गिरना सिर्फ एक संरचनात्मक समस्या नहीं था, बल्कि यह घटना लाखों लोगों के दिलों में गहरे घाव छोड़ गई है, जो छत्रपति शिवाजी महाराज को अपने जीवन का प्रेरणास्त्रोत मानते हैं।
प्रधानमंत्री ने इस घटना पर तुरंत संज्ञान लिया और राज्य सरकार से इसकी जांच करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों, इसके लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात की और घटना की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द इस प्रतिमा को फिर से स्थापित किया जाए, ताकि लोगों की भावनाओं का सम्मान हो सके।
प्रधानमंत्री ने अपने वक्तव्य में छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति गहरा सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि वह हमेशा से भारतीय संस्कृति और इतिहास के एक महत्वपूर्ण प्रतीक रहे हैं। उन्होंने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज केवल महाराष्ट्र के ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के गौरव हैं। उनका जीवन, उनका नेतृत्व, और उनका साहस हमें सदैव प्रेरित करता है। इस घटना ने हमें यह याद दिलाया है कि हमें अपनी धरोहरों का सही ढंग से संरक्षण करना चाहिए।