आनन्द कुमारः-
नई दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित “Rau’s IAS Study Circle” में तीन छात्रों की दर्दनाक मौत ने पूरे देश को हिला दिया है। इस दुखद घटना के बाद समाजवादी छात्रसभा के पदाधिकारियों ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के परिसर में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस सभा में छात्रों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए, उन्होंने सरकार से कई महत्वपूर्ण मांगें उठाईं, जो छात्र सुरक्षा और कोचिंग संस्थानों की जिम्मेदारी से संबंधित थीं।
श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के परिसर में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा में समाजवादी छात्रसभा के राष्ट्रीय सचिव राज सिंह यादव ने कहा, “यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और हृदयविदारक है। हम सभी छात्रों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और सरकार से यह मांग करते हैं कि अवैध रूप से चल रहे कोचिंग संस्थानों को तुरंत बंद किया जाए।” सभा में सैकड़ों छात्रों और पदाधिकारियों ने भाग लिया और छात्रों की याद में मोमबत्तियां जलाईं।
अवैध कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई की मांग
राज सिंह यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “अवैध रूप से चल रहे कोचिंग संस्थानों को जल्द से जल्द बंद किया जाए और उन अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो जो ऐसे संस्थानों को NOC (अनापत्ति प्रमाण पत्र) जारी करते हैं। यह हमारी प्राथमिकता है कि छात्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए और उन्हें एक सुरक्षित शैक्षिक वातावरण प्रदान किया जाए।” राज ने यह भी बताया कि इस मामले में दोषी पाए गए अधिकारियों को तुरंत निलंबित किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
मुआवजा और नौकरी की मांग
राज सिंह यादव ने सरकार से यह भी मांग की कि मृतक छात्रों के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और एक परिजन को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए। उन्होंने कहा, “यह केवल वित्तीय सहायता नहीं है, बल्कि इन परिवारों को समाज में एक सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर देने का प्रयास है।” राज ने सरकार से अपील की, कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाए जाएं।
सभा में प्रमुख वक्ता और उनकी बात
इस श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख वक्ताओं में पूर्व छात्रसंघ प्रत्याशी अभिषेक यादव, अमरनाथ यादव, राष्ट्रीय सचिव सचिन यादव, उत्कर्ष पाण्डेय, नितीश, जीतेन्द्र, अतुल, अनुप, आलोक सहित सैकड़ों छात्र शामिल थे। इन सभी ने एक स्वर में यह मांग की, कि कोचिंग संस्थानों की निगरानी कड़ी की जाए और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
छात्रों का आक्रोश और अपील
सभा के दौरान छात्रों ने अपनी एकजुटता और समर्थन दिखाते हुए सरकार से जल्द से जल्द कार्रवाई की अपील की। सभा में उपस्थित छात्रों ने कहा, “हमारे साथी छात्रों की मौत ने हमें गहरे सदमे में डाल दिया है। हमें अपनी सुरक्षा के लिए लड़ना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।”
सरकार से कार्रवाई की उम्मीद
समाजवादी छात्रसभा के नेताओं ने यह भी कहा कि वे तब तक शांत नहीं बैठेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती। “हमारी मांगें न्यायसंगत और आवश्यक हैं। हम सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह हमारी बात सुनेगी और इस मामले में तुरंत कार्रवाई करेगी।” उन्होंने कहा कि यदि सरकार इस मामले में लापरवाही बरतती है, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाएंगे।
शिक्षा क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता
सभा के दौरान यह भी चर्चा हुई कि शिक्षा क्षेत्र में व्यापक सुधार की आवश्यकता है। “यह घटना केवल एक कोचिंग संस्थान की लापरवाही का परिणाम नहीं है, बल्कि पूरे शिक्षा प्रणाली की खामियों को उजागर करती है।” छात्रों और नेताओं ने यह मांग की कि सरकार शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए और छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे।
सामाजिक और राजनैतिक समर्थन
इस श्रद्धांजलि सभा को समाजवादी पार्टी के विभिन्न नेताओं और सामाजिक संगठनों का भी समर्थन प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि यह समय है कि सभी राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन एकजुट होकर छात्रों की सुरक्षा के लिए आवाज उठाएं। “यह मुद्दा केवल एक छात्र संगठन का नहीं है, बल्कि पूरे समाज का है। हम सभी को मिलकर काम करना होगा ताकि हमारे बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सके।”
समाजवादी छात्रसभा ने घोषणा की है कि यदि सरकार जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई नहीं करती है, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे और इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाएंगे। “हम शांत नहीं बैठेंगे। हम अपने साथी छात्रों की मौत का न्याय चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।”