बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में कोरोना वायरस टीकाकरण का अभियान तेजी से चल रहा है। बरेका में अब तक तीस हजार से अधिक लोगों को कोरोना की टीका लगा दी गई है। इसमें पहली व दूसरी खुराक लगवाने वाले सभी लोग शामिल हैं। इन तीस हजार लोगों में रेलवे से जुड़े लोग तो हैं ही लेकिन ज्यादा संख्या उनकी है जो रेलवे से नहीं जुड़े हैं। राज्य सरकार से हो रही आपूर्ति के हिसाब से बरेका में लोगों को टीका लगाई जा रही है।
बरेका महाप्रबंधक अंजली गोयल ने कोविड की दूसरी लहर से निपटने के लिए प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में बरेका मेडिकल टीम के समर्पण एवं उत्कृष्ट प्रयासों की सराहना की। मेडिकल टीम ने दो महीने से अधिक समय तक बिना थके कार्य करते हुए कोविड मरीजों का इलाज किया है।

बरेका ने परीक्षण, पहचान और उपचार मंत्र के साथ कोरोना संक्रमण का सामना किया। बरेका परिसर में विशेष अभियान चलाकर 1500 लक्षण विहीन व्यक्तियों का परीक्षण किया गया। इससे संभावित कोविड प्रसारकों की समय पर पहचान हुई और कोविड का प्रसार रुका।
पोस्ट कोविड साइकेट्रिक क्लीनिक:
कोरोना संक्रमण के चलते बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घरवालों और नाते रिश्तेदारों को खोया है। कोविड से ठीक हुए मरीजों में भी तनाव देखने को मिल रहा है। इस प्रकार का मानसिक कष्ट कोविड जैसी बीमारियों से किसी भी प्रकार से कम नहीं है। यह बीमारी पोस्ट ट्रामेटिक डिसऑर्डर के नाम से जाना जाता है। इसके इलाज के लिए बरेका केंद्रीय चिकित्सालय में पोस्ट कोविड साइकेट्रिक क्लीनिक की शुरुआत की गई है। जिसमें कोविड-19 से ठीक हो चुके मरीजों में इस प्रकार की परेशानियों के लिए साइकेट्रिक परामर्श दिया जा रहा है।