ऋषभ चौरसियाः-
बारिश के मौसम में लखनऊ की तस्वीरें बदल गई हैं। शहर के कई क्षेत्रों में गंदे और बदबूदार पानी की समस्या ने निवासियों की जिंदगी को दूभर बना दिया है। पुराने लखनऊ के चौक, ठाकुरगंज, आलमबाग, जानकीपुरम, फैजुल्लागंज, इन्दिरा नगर, तेलीबाग और पीजीआई जैसे इलाकों में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं।
गंदे पानी से बढ़ रही बीमारियां
इन इलाकों में गंदे पानी की आपूर्ति के कारण लोग डायरिया और अन्य जलजनित बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि नालियों के बीच से गुजरती जर्जर पाइप लाइनों में लीकेज और नालियों के चोक होने से यह समस्या उत्पन्न हो रही है।
जलकल विभाग की लापरवाही
विभिन्न क्षेत्रों में जलकल विभाग के अधिकारी समस्या को सुलझाने के बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। नगर निगम जोन 6 के कैसरबाग, चौक, अमीनाबाद, ठाकुरगंज, सआदतगंज और ऐशबाग जैसे इलाकों में स्थिति और भी गंभीर है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि गंदे और दूषित पानी की आपूर्ति रोजमर्रा की बात हो गई है।
पुरानी पाइपलाइनों की समस्या
पुराने लखनऊ में पानी की लाइनें 30 से 40 साल पुरानी हैं, जिनमें नियमित मरम्मत की आवश्यकता है। जलकल विभाग पर आरोप है कि ये मरम्मत कार्य केवल कागजों पर हो रहे हैं और बजट का सही उपयोग नहीं हो रहा है। पार्षदों का कहना है कि विभाग टैक्स तो पूरा वसूल रहा है, लेकिन मेंटीनेंस का बजट कहां जा रहा है, इसका कोई हिसाब नहीं है।
आलमबाग के नटखेड़ा रोड पर गंदा पानी
आलमबाग के नटखेड़ा रोड पर पिछले दो महीने से गंदे पानी की समस्या बनी हुई है। स्थानीय युवा व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनीष अरोड़ा ने बताया कि इस क्षेत्र के सभी घरों में गंदा पानी आ रहा है, जिससे दुकानदारों और निवासियों को बाजार से पानी खरीदना पड़ रहा है। जलकल विभाग के अभियंता इस समस्या को हल करने में असफल साबित हो रहे हैं।