आनन्द कुमारः-
लखनऊ, 16 अगस्त 2024: डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में आज सर्वाइकल कैंसर जागरूकता और एचपीवी टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस विशेष अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री श्री बृजेश पाठक और चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री भी मौजूद थे। कार्यक्रम के विशेष अतिथि श्री मयंकेश्वर शरण सिंह, माननीय राज्य मंत्री, संसदीय कार्य और चिकित्सा शिक्षा, भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस दौरान संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) सी. एम. सिंह, प्रो. सोनिया नित्यानंद, कुलपति, किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, लखनऊ, डॉ. नीतू सिंह, नोडल अधिकारी, सर्वाइकल कैंसर जागरूकता एवं एचपीवी टीकाकरण, और विभागाध्यक्ष, स्त्री एवं प्रसूति विभाग, संस्थान के अन्य अधिकारी, संकाय सदस्य, नर्सिंग कर्मचारी, और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की छात्राएं भी उपस्थित थीं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) सी. एम. सिंह ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने सर्वाइकल कैंसर के आँकड़े साझा करते हुए बताया कि यह भारतीय महिलाओं में होने वाला दूसरा प्रमुख कैंसर है। उन्होंने सर्वाइकल कैंसर के संभावित कारणों पर भी प्रकाश डाला, जैसे कि कम उम्र में विवाह, दो या अधिक बच्चे, मासिक धर्म में अनियमितता, एक से अधिक व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध, धूम्रपान, और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता।
मुख्य अतिथि श्री बृजेश पाठक ने संस्थान द्वारा किए जा रहे जागरूकता और टीकाकरण प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आधुनिक संचार के माध्यम से इस कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार करना चाहिए और मीडिया से भी इस दिशा में सहयोग की अपील की। उन्होंने मरीजों की प्रतिक्रिया के आधार पर बताया कि मरीज संस्थान की गुणवत्तापरख सेवाओं के लिए पीजीआई के बाद लोहिया संस्थान को प्राथमिकता देते हैं।
प्रो. सोनिया नित्यानंद ने सभागार को संबोधित करते हुए बताया कि एचपीवी टीकाकरण उनके दिल के करीब है और इसकी शुरूआत कैसे हुई, इस पर विस्तृत रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा कि माननीय श्रीमती आनंदीबेन पटेल, राज्यपाल, उत्तर प्रदेश के सहयोग से एचपीवी टीकाकरण को भारत के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि एचपीवी टीकाकरण की वैक्सीन महंगी होती है, लेकिन भारत द्वारा स्वदेशी एचपीवी वैक्सीन विकसित की जा रही है, जो चिकित्सा क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।
विशेष अतिथि श्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्थान की पहल की सराहना की और कहा कि सर्वाइकल कैंसर के मरीजों की जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है क्योंकि लोगों के बीच इस बीमारी की जानकारी का अभाव है। उन्होंने कहा कि इस जागरूकता कार्यक्रम से बीमारी के इलाज में मदद मिलेगी।
डॉ. नीतू सिंह ने एचपीवी टीकाकरण की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि माननीय श्रीमती आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से और प्रो. सोनिया नित्यानंद की अध्यक्षता में, वर्ष 2022 में इस मुहिम की शुरूआत की गई थी। अब तक लगभग 20,000 लोगों को जागरूक किया गया है और 4,700 से अधिक किशोरियों का मुफ्त टीकाकरण किया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों, विश्वविद्यालयों, और स्वास्थ्य केंद्रों में शिविर लगाए गए हैं। आज संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) सी. एम. सिंह के निर्देशन में आयोजित जागरूकता शिविर में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की लगभग 150 छात्राओं का मुफ्त एचपीवी टीकाकरण और स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। टीकाकरण शिविर में आई छात्राओं को संस्थान की ओर से जूट बैग, किताबें, कलम, और डायरी भी भेंट दी गई।
इस अवसर पर डॉ. नीतू सिंह द्वारा लिखी गई अंग्रेजी पुस्तक “सल्यूशनस: अ गर्ल्स गाइड फ्रॉम टॉडलर टू टीन” का विमोचन भी हुआ। इस पुस्तक में किशोर उम्र में हो रहे शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों, उनकी समस्याओं के समाधान, और सर्वाइकल कैंसर को रोकने में एचपीवी वैक्सीन के महत्व पर जानकारी प्रदान की गई है।
यह कार्यक्रम न केवल सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई दिशा की शुरुआत भी है। लोहिया संस्थान का यह प्रयास निश्चित ही समाज में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाने और कैंसर के खिलाफ एक सशक्त लड़ाई की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।