आनन्द कुमारः-
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक महत्वपूर्ण ऐलान करते हुए कहा कि वह अगले दो दिनों में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। इस फैसले के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा ने इसे केजरीवाल की अग्नि परीक्षा करार दिया और कहा कि यह समय है जब वह जनता के बीच जाकर अपनी ईमानदारी और काम की विश्वसनीयता को साबित करेंगे।
राघव चड्ढा ने विश्वास जताया कि दिल्ली की जनता केजरीवाल की मेहनत और ईमानदारी को समझेगी और उनका समर्थन करेगी। चड्ढा का कहना था कि केजरीवाल ने जब भी जनता से काम के नाम पर वोट मांगा है, उन्होंने अपने काम को ही आधार बनाया है और यही वजह है कि उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त हुआ है।
केजरीवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि वह और मनीष सिसोदिया मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी नहीं लेंगे। इसके बजाय, पार्टी किसी और नेता को मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त करेगी। केजरीवाल और सिसोदिया ने यह निर्णय लिया है कि वे जनता के बीच जाकर अपनी बात रखेंगे और जनता से अपनी योजनाओं और कार्यों पर समर्थन की अपील करेंगे।
इस बीच, केजरीवाल ने यह भी कहा कि विधायक दल की बैठक में आगामी कदम पर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य दिल्ली में जल्द से जल्द चुनाव कराना है ताकि जनमत को सही तरीके से परखा जा सके। केजरीवाल का यह ऐलान दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला सकता है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि इस निर्णय का क्या प्रभाव पड़ता है।