हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenberg Research) की एक रिपोर्ट ने भारत के बिजनेस गलियारे का माहौल बदल दिया है. गौतम अडानी (Gautam Adani) की संपत्ति में लगातार बट्टा लग रहा है. दुनिया भर के अमीरों में अब वो 16वें पायदान पर आ गए हैं. गौतम अडानी के बहाने लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर भी निशाना साध रहे हैं. सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इसी के साथ ही ट्विटर (Twitter) पर एक हैशटैग ट्रेंड हो रहा है ‘चौकीदार ही चोर है.’
ये वही नारा जिसकी वजह से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा था. अब एक बार फिर जब गौतम अडानी की कंपनी पर धोखाधड़ी और गलत तरीके से व्यवसाय को बढ़ाने के आरोप लगे हैं तो यही नारा ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा है. कई पत्रकार और विपक्षी पार्टियों के नेता इस हैशटैग पर ट्वीट कर रहे हैं. मीम्स के जरिए सीधे प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधा जा रहा है. गौतम अडानी और पीएम मोदी की नजदीकियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
बात करते हैं कुछ ऐसे ट्वीट्स की. जिनमें #चौकीदारहीचोरहै का इस्तेमाल किया जा रहा है. सबसे पहले पत्रकार श्याम मीरा सिंह का ट्वीट देखिए. श्याम मीरा सिंह अपने इस ट्वीट में लिखते हैं कि “श्रीमान नरेंद्र मोदी जी, Adani के लाखों करोड़ के फ्रॉड पर आप बोलते क्यों नहीं? क्या उनके पैसे पर ही आप चुनाव लड़ते हैं? ब्लैक मनी लाने का वायदा किया आज ब्लैक मनी के सबसे बड़े फ्रॉड पर एक जाँच कराने की हिम्मत भी आपकी नहीं हो रही। क्या ये बात सही है कि #चौकीदारहीचोरहै?”
दीपक मेवारा नाम के एक ट्विटर यूजर गौतम अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए लिखते हैं कि “ट्वीटर पर ये फोटो वायरल हो रहा है और कहा जा रहा है कि #चौकीदारहीचोर_है. आपको क्या लगता है मित्रों?”
सुखदेव सिंह एक कार्टून शेयर करते हैं. जिसमें पीएम मोदी को ED, CBI और IT से यह कहते हुए दिखाया गया है कि “विपक्षी नेताओं के पीछे लगे रहो और खबरदार जो मेरे मित्र अडानी की तरफ आंख उठाकर भी देखा तो.” इस ट्वीट में सुखदेव लिखते हैं “इसमें कोई संदेह नहीं है.”
ट्विटर पर इस हैशटैग को किसने शुरू किया इसकी जानकारी नहीं है. लेकिन फिल्हाल इसे लोग हजारों की संख्या में ट्वीट कर रहे हैं. एक वक्त पर काफी देर के लिए ये हैशटैग ट्रेंडिग में दूसरे स्थान पर था. देखने वाली बात यह भी होगी कि पीएम मोदी और बीजेपी समर्थक इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं.