आज दफ़्तर में एक सहयोगी अपनी शिफ्ट में देरी से पहुंचीं. करीब दो घंटे की देरी से जब सहयोगी ऑफिस पहुंचती हैं तो उनका सामना शिफ्ट इंचार्ज से होता है. इंचार्ज साहब पूछते हैं कि क्यों भई क्या हुआ? दो घंटे देरी से ऑफिस ? बदले में उसने जवाब देने के बजाए अपना काला चश्मा हटाया. चश्मा ठीक से उतरा भी नहीं होगा कि शिफ्ट इंचार्ज लगभग दूसरी ओर मुंह घुमाते हुए कहते हैं कि “अरे यार चश्मा पहन लो तुम. ड्रॉप डाला क्या तुमने?”
दरअसल लड़की की आंखें लगभग सूजी हुई थीं. बाईं आंख का रंग लाल और गुलाबी के बीच में था.आंखों से लगातार पानी गिर रहा था. उसे अचानक आई फ्लू हो गया. जिसकी वजह से वो देरी से दफ्तर पहुंची. लेकिन क्या ये सिर्फ किसी एक शख्स की बात है? जवाब है, नहीं. दिल्ली और तमाम दूसरे शहरों में बाढ़ आने के बाद आई फ्लू की शिकायतें बढ़ गई हैं. तो आज इसी पर बात करेंगे कि आई फ्लू होता क्या है, कैसे होता है और इससे बचाव के उपाय क्या हैं?
नाम से साफ है कि आई फ्लू आंखों की बीमारी है. डॉक्टरी की भाषा में इसे कंजंक्टिवाइटिस भी कहा जाता है. अगर आपको आई फ्लू हो गया तो आपकी आंखों में जलन और हल्का दर्द होने लगेगा. आंखों का रंग बदल जाएगा. आंखें लाल हो जाएंगी. कभी-कभी गुलाबी भी रंग हो जाता है. दरअसल ये एक तरह के एलर्जिक रिएक्शन की वजह से होता है, लेकिन कई मामलों में बैक्टीरिया का संक्रमण भी इसके लिए जिम्मेदार होता है.
अक्सर बारिश के मौसम में लोगों को आई फ्लू का संक्रमण होता है. जाहिर है कि ये एक संक्रामक बीमारी है. यानी अगर आपकी एक आंख में फ्लू हो गया तो लापरवाही बरतने पर दूसरी आंख में भी हो सकता है. साथ ही आपके संपर्क में कोई आ रहा है, तो उसे भी आई फ्लू हो सकता है.
अब ज़रा आपको बता देते हैं कि आई फ्लू या पिंक आई के लक्षण क्या होते हैं.
- आंखों का लाल होना
- आंखों में सफेद रंग का कीचड़ आना
- आंखों से पानी बहना
- आंखों में सूजन
- आंखों में खुजली और दर्द होना.
- ये तमाम वो लक्षण हैं जिससे आप समझ सकते हैं कि आपको या किसी व्यक्ति को आई फ्लू है या नहीं.
फर्ज़ कीजिए कि आपको आई फ्लू हो गया. ऐसे में आप क्या करेंगे? कछ घरेलू नुस्खे और कुछ डॉक्टरी वाले उपाय आपको बता दे रहे हैं जिसे आप आजमा सकते हैं.
तो सबसे पहले तो डॉक्टर से परामर्श लें. आंखों के डॉक्टर को दिखाएं. डॉक्टर जो दवाएं और खासकर आई ड्रॉप दें उसका डॉक्टर के कहे अनुसार उपयोग करें.
कुछ घरेलू उपाय:
- आंखों को गुनगुने पानी से क्लीन करें
- आंखों को साफ करने के लिए साफ और सूती कपड़े का इस्तेमाल करें
- आंखों को साफ करने के लिए गंदे कपड़े का इस्तेमाल न करें
- काला चश्मा पहनकर रखें
- टीवी या मोबाइल देखने से बचें
- आंखों को बार-बार छूने से बचें
- आंखों को छूने के बाद साबुन से हाथ धोना न भूलें
- किसी से भी आई टू आई कांटेक्ट न बनाएं.
तो बारिश और बाढ़ का असर हमारी-आपकी सेहत पर भी होता है. आई फ्लू इसी का हिस्सा है. तो बचकर रहें. सेहत का ख्याल रखें. कुछ ज़रूरी सावधानी बरतें ताकि आप लाल आंख की बीमारी से बच सकें.