Chandrayan-3: भारत का महत्वकांक्षी स्पेस प्रोजेक्ट मिशन चंद्रयान-3 सफल हो चुका है. चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद अब प्रज्ञान रोवर भी बाहर निकल चुका है. ISRO ने प्रज्ञान रोवर के विक्रम लैंडर से बाहर निकलने का वीडियो जारी किया है.
प्रज्ञान चंद्रमा की सतह की रासायनिक संरचना, मिट्टी और चट्टानों की पड़ताल करेगा. यह दक्षिणी ध्रुव के पास चंद्रमा की सतह के इलेक्ट्रॉनों के घनत्व और थर्मल गुणों को मापेगा. सिर्फ रोवर ही नहीं, बल्कि लैंडर के माध्यम से भी जानकारी और पूरी तकनीकी सूचनाएं इसरो को मिलेंगी. जिसका इस्तेमाल चंद्रमा के वातावरण के बारे में शोध में किया जाएगा.
अब सवाल है कि प्रज्ञान रोवर कैसे काम करेगा? तो आइए आसान भाषा में आपको समझा देते हैं. रोवर में दो पेलोड लगे हैं जो पानी और अन्य धातुओं की खोज करेंगे. रोवर डाटा जमा करेगा और इसे लैंडर को भेजेगा. विक्रम लैंडर इस डाटा को धरती पर ISRO तक पहुंचाएगा.
बता दें कि चंद्रयान-3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था. इसे चांद की सतह पर लैंड करने में 41 दिन लगे. लैंडर विक्रम 23 अगस्त शाम 6:04 बजे चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा था.