रोजगार के मोर्चे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार हमेशा से ही सवालों के घेरे में रही है. युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा कर उसे पूरा नहीं करने का आरोप लगता रहा है. अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) का झारखंड में दिया एक बयान तेजी से वायरल हो रहा है. जिसका संबंध रोजगार की इस बहस से है. हालांकि गृह मंत्री का बयान झारखंड की हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार के लिए था. लेकिन देखा जाए तो ये मोदी सरकार पर भी लागू होता है.
5 जनवरी को गृह मंत्री अमित शाह झारखंड में थे. यहां हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि अगर हेमंत सोरेन युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रहे हैं तो इस्तीफा दे दें. अमित शाह ने कहा कि “यहां नौकरियों के नाम पर युवाओं को ठगा गया है, जनजातीय समुदाय के कल्याणकारी योजनाओं के नाम पर धोखा दिया गया. अगर युवाओं को नौकरी देने की हिम्मत नहीं है तो हेमंत सोरेन कुर्सी खाली कर दो… हम झारखंड में नौकरी देने का काम कर देंगे.”
गृह मंत्री का ये बयान सामने आते ही सोशल मीडिया पर तंज का माहौल बन गया. लोग कहने लगे कि केंद्र की मोदी सरकार जब खुद नौकरी दे पा रही तो क्या शाह का ये बयान यहां भी लागू होता है? इसके बाद कई विभागों में खाली पदों का आंकड़ा भी पेश किया जाने लगा. जिसे खुद नरेंद्र मोदी सरकार ने संसद में बताया था.
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान नरेंद्र मोदी सरकार ने बताया कि अलग-अलग विभागों में कुल 9 लाख 79 हजार पद खाली हैं. यानि करीब 10 लाख पदों पर भर्तियों का मौका है. लेकिन मोदी सरकार इन पदों पर भर्ती नहीं करा रही है. इसे ऐसे भी कह सकते हैं कि पद खाली होने के बावजूद करीब 10 लाख युवाओं को सरकार नौकरी नहीं दे रही है.
अलग-अलग विभागों में खाली पद:
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान मोदी सरकार ने अलग-अलग विभाग में खाली पदों का आंकड़ा सामने रखा था. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में ये आंकड़े पेश किए थे. जिसे हम यहां बता देते हैं. इन आंकड़ों के जरिए ये समझने में आसानी होगी कि रोजगार के मोर्चे पर मोदी सरकार कितनी सफल या फिसड्डी साबित हो रही है.
रेलवे में 2 लाख 93 हजार 943 पद खाली हैं. रक्षा विभाग में 2 लाख 64 हजार 706 पद रिक्त हैं. गृह विभाग में 1 लाख 43 हजार 536 पद खाली हैं. डाक विभाग में 90 हजार 50 पदों पर रिक्तियां हैं. राजस्व विभाग में भी 80 हजार 243 खाली पद हैं. ऑडिट विभाग में 25,934 पद, परमाणु ऊर्जा विभाग में 9,460 पद रिक्त हैं.

आलम ये है कि केंद्र के कुछ विभागों में करीब 45 फीसदी तक पद खाली हैं. लेकिन उन्हें भरा नहीं जा रहा है. मोदी सरकार को बताना चाहिए था कि आखिर इन पदों को क्यों नहीं भरा जा रहा है. अब इस आंकड़े को गृह मंत्री अमित शाह के बयान के साथ जोड़कर देखना चाहिए. अमित शाह कह रहे हैं कि अगर युवाओं को नौकरी नहीं दे पा रहे तो हेमंत सोरेन इस्तीफा दे दें. अब अमित शाह को ही बताना चाहिए कि अगर मोदी सरकार युवाओं को खाली पद होने के बावजूद नौकरी नहीं दे पा रही तो किसे इस्तीफा देनी चाहिए? क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस्तीफा देनी चाहिए ?
बेरोजगारी दर के रिकॉर्ड:
एक संस्था है CMIE यानि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी. CMIE ने जनवरी, 2023 में दिसंबर, 2022 के बेरोजगारी दर का आंकड़ा जारी किया है. जो देश में बेरोजगारी का हाल बताती है. दिसंबर में भारत में बेरोजगारी दर पिछले महीने के 8.00 प्रतिशत से बढ़कर 16 महीने के उच्चतम स्तर 8.30 प्रतिशत पर पहुंच गई. इसे आसान भाषा और टुकड़ों में समझिए. नवंबर, 2022 में बेरोजगारी दर 8 फीसदी थी. जो दिसंबर, 2022 में बढ़कर 8.30 फीसदी हो गई. जो कि पिछले 16 महीने में सबसे अधिक है.