हिन्दी दिवस पर विशेष- विश्व भाषा बन रही हिन्दी प्रशस्त पुण्य पन्थ है : प्रो सहाय
आज हिन्दी दिवस है। ज़रूरत इस बात की है कि हम बदलते दौर में हिन्दी के विविध रूपों की पहचान…
169 साल पुराने कॉलेज की कहानी, चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह लगाते थे वर्कशॉप
बंगाली टोला इंटर कॉलेज. वाराणसी के पांडेय हवेली इलाके में स्थित एक कॉलेज है. जिसका इतिहास क़रीब 169 साल पुराना…
एक बेहतरीन काव्य संग्रह है ‘शरबती ज़िंदगी’
'खुशबू बिखेरती पगडंडियाँ' के बाद मार्गेश राय (मार्गदर्शन) अपने पाठकों के लिए 'शरबती ज़िंदगी' के साथ वापसी कर रहे हैं।…
नागरीप्रचारिणी सभा में टूटा पारिवारिक वर्चस्व, कवि व्योमेश शुक्ल प्रधानमंत्री निर्वाचित
हिंदी भाषा के मानकों को तय करने वाली ऐतिहासिक संस्था नागरीप्रचारिणी सभा, काशी पर बरसों से चला आ रहा पारिवारिक…
क्या है ‘वैखरी’ जिसमें आपकी भागीदारी है जरूरी ?
बात आजादी के लड़ाई के वक़्त की है. जब महात्मा गांधी 1915 में भारत लौटते हैं. गांधी ने देखा कि…
जयशंकर प्रसाद की ‘छाया’ पर काशी विद्यापीठ में नाट्य उत्सव और राष्ट्रीय संगोष्ठी
वाराणसी: महाकवि जयशंकर प्रसाद की जयंती पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में नाटकीय उत्सव एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया…
‘जब रोम जल रहा था, नीरो बांसुरी बजा रहा था’
कहानी सन 54 ईस्वी की है. एक सोलह साल का लड़का अपनी मां की चालबाजियों के दम पर राजा बन…
रैदास की कविता आम आदमी के सरोकार की कविता है: निरंजन सहाय
आम आदमी के सरोकारों से जुड़ी रैदास की कविता का जादू आज भी बरकरार है. बल्कि यह कहना अतिशयोक्ति नहीं…
काशी विद्यापीठ और महात्मा गांधी
काशी विद्यापीठ की स्थापना महात्मा गांधी के कर कमलों द्वारा 10 फ़रवरी सन् 1921 को हुई। स्थापना के ठीक एक…
Mentalist Suhani Shah: कौन हैं सुहानी शाह, जो बागेश्वर वाले बाबा की तरह दिमाग़ पढ़ लेती हैं ?
एक फकीर बाबा गांव में आते थे. कंधे पर एक ओर बड़ा सा झोला लटका होता था. उसमें दान में…