आनन्द कुमारः-
उत्तर प्रदेश की राजनीति में हाल ही में एक नया मोड़ आया जब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अखिलेश यादव ने राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तिखा हमला किया।
अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने एक जनसभा में कहा कि केशव प्रसाद मौर्या दिल्ली के नेताओं का ‘मोहरा’ हैं और उन्हें दिल्ली के ‘वाईफाई का पासवर्ड’ तक कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी में BJP सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और हर विभाग में अव्यवस्था फैली हुई है। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में जिन योजनाओं को शुरू किया गया था, वे अभी भी वहीं की वहीं हैं और उनमें कोई प्रगति नहीं हुई है।
बीजेपी पर आरोप
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सरकार ने हर व्यवस्था को बिगाड़ दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है और पुलिस भी आपस में लड़ रही है। अखिलेश का कहना है कि बीजेपी ने यूपी की जनता को धोखा दिया है और उनकी सरकार पूरी तरह से विफल रही है।
केशव प्रसाद मौर्या का पलटवार
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने अखिलेश यादव के बयानों का ट्विटर के माध्यम से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव निराधार आरोप लगा रहे हैं और उनकी बातें सच्चाई से कोसों दूर हैं। मौर्य ने कहा कि बीजेपी सरकार ने राज्य में विकास के कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और जनता को इसका लाभ मिल रहा है।
राजनीतिक अंतर्कलह
अखिलेश यादव के बयान ऐसे समय में आए हैं जब बीजेपी के भीतर अंतर्कलह की खबरें आ रही हैं। कहा जा रहा है कि यूपी में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के बीच मतभेद बढ़ रहे हैं और यह पार्टी के अंदर असंतोष का संकेत है। अखिलेश यादव ने इन अटकलों को और हवा देते हुए कहा कि दिल्ली में बीजेपी नेताओं की मुलाकातें किसी बड़े बदलाव की ओर संकेत कर रही हैं।
भ्रष्टाचार के आरोप
अखिलेश यादव ने यूपी में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है और यहां तक कि पुलिस खुद को ही गिरफ्तार कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी ने समाजवादी पार्टी पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाए थे, लेकिन अब खुद ही भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद यूपी की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। उनके बयान ने बीजेपी को बैकफुट पर ला दिया है और इसे आगामी चुनावों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अखिलेश यादव का यह बयान बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत अभियान की शुरुआत मानी जा रही है और यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी इस पर कैसे प्रतिक्रिया देती है।
अखिलेश यादव का केशव प्रसाद मौर्या और बीजेपी पर हमला उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई दिशा की ओर संकेत करता है। उनके बयान ने बीजेपी को कटघरे में खड़ा कर दिया है और इसके राजनीतिक परिणाम देखने को मिल सकते हैं। अब यह देखना होगा कि बीजेपी इस चुनौती का सामना कैसे करती है और आगामी चुनावों में यह मुद्दा कितना प्रभावी होता है।