गूगल पर जाइए. अग्निवीर और अडानी एक साथ लिखिए. ‘अग्निवीर अडानी’ की-वर्ड डालकर जैसे ही आप सर्च करेंगे, गूगल आपको कई ख़बरें रिकमेंड करेगा. पहली ख़बर आज तक के वेबसाइट की है. हेडिंग है- अडानी का पीएम से क्या रिश्ता, अग्निवीर किसका आइडिया? मोदी सरकार पर राहुल के 5 बड़े हमले.
दूसरी ख़बर दैनिक भास्कर की है. हेडिंग लगा है- अग्निपथ के विरोध में सड़क पर बैठे रालोद कार्यकर्ता:बोले- सरकार युवाओं को अग्निवीर नहीं अडानी अंबानी का गार्ड बनाना चाहती है, स्कीम वापस लेने की मांग.
तीसरी ख़बर नवभारत टाइम्स की है. टाइटल है- अग्निवीर योजना डोभाल ने थोपी… अडानी की तस्वीर दिखा लोकसभा में Rahul Gandhi ने सरकार को सुनाया. ऐसी ही कई ख़बरें आपको दिखेंगी. जिसमें विपक्षी नेताओं के बयान छपे हैं. खासकर राहुल गांधी द्वारा संसद में दिए गए बयान. हर बयान में अग्निवीर योजना का विरोध है और इसे अडानी से जोड़कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया है.

आख़िर अचानक हम इस बात का ज़िक्र क्यों कर रहे हैं? क्योंकि ‘THE TRIBUNE’ ने एक छोटी-सी ख़बर लगभग प्रेस रिलीज की शक्ल में छापी है. ख़बर ये कि अडानी ग्रुप ने एसीसी बरमाणा में अग्निवीर ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत की है. इस सेंटर का उद्घाटन बिलासपुर के बरमाणा में एसीसी सीमेंट फैक्ट्री में हिमाचल प्रदेश के पूर्व सैनिक निगम के अध्यक्ष ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) मदन शील शर्मा ने किया.
ख़बर के मुताबिक़ मदन शील शर्मा ने कहा है कि “अदानी सीमेंट समूह द्वारा शुरू की गई यह पहल क्षेत्र के युवाओं के लिए बहुत कारगर साबित होगी. अग्निवीर ट्रेनिंग सेंटर के जरिए युवाओं को सेना में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाएगा.”
अडानी समूह के अग्निवीर ट्रेनिंग सेंटर के बारे में कुछ और जानकारी देते हुए मुख्य संयंत्र प्रबंधक स्कवाड्रन लीडर (रिटायर्ड) संजय विश का बयान भी छपा है. उन्होंने कहा है कि “ये पाठ्यक्रम एसीसी कैंपस स्थित स्पोर्ट्स क्लब में त्रैमासिक सैन्य भर्ती प्रशिक्षण प्रदान करेगा और यह निशुल्क होगा.”
सीधी रेखा में बात करें तो अडानी ग्रुप ने हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में अपने एसीसी प्लांट कैंपस में अग्निवीर ट्रेनिंग सेंटर खोला है. जहां युवाओं को अग्निवीर बनने की ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग मुफ्त में मिलेगी. यानी इसके लिए अभी कोई फीस नहीं लिया जाएगा.
सवाल ये है कि क्या जो विपक्षी नेता और मुख्य तौर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साध रहे थे उनके आरोप सही निकल रहे हैं? क्या अग्निवीर योजना के जरिए सेना में प्राइवेट प्लेयर्स और खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले गौतम अडानी की दखलअंदाजी हो रही है?
केंद्र सरकार जोर-शोर से प्रचार के साथ अग्निवीर योजना लाई थी. जिसके तहत सेना में युवाओं की नियुक्ति 4 साल के लिए होगी. 4 साल बाद इन युवाओं को रिटायर कर दिया जाएगा. अग्निवीरों को सेना के सामान्य जवानों की तरह रिटायरमेंट के बाद कोई सरकारी सुविधा भी नहीं दी जाएगी. बहरहाल, सरकार को बताना चाहिए कि आख़िर अडानी ग्रुप अग्निवीर ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत क्यों कर रहा है? क्या सरकार युवाओं को ट्रेनिंग देने में सक्षम नहीं है? क्या सरकार की शह पर अडानी ग्रुप ये शुरुआत कर रहा है?