ऋषभ चौरसियाः-
लखनऊ: भगवान की भक्ति में डूबे साधक अपने भाव के अनुसार आराध्य की सेवा में जुटते हैं। श्रीकृष्ण के प्रति आस्था रखने वाले तमाम भक्त उनके बालरूप लड्डू गोपाल की सेवा परिवार का सदस्य मानकर करते हैं। ऐसा ही एक दिलचस्प मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सामने आया है, जहां एक महिला ने अपनी भक्ति की नई मिसाल पेश की है।
गुड़िया नाम की महिला ने भगवान श्रीकृष्ण के बालरूप लड्डू गोपाल को अपना बेटा मान लिया है। उनकी इस भक्ति की कहानी सुनकर हर कोई हैरान है। गुड़िया ने लड्डू गोपाल की परवरिश किसी बच्चे की तरह करने का फैसला किया है और इसके तहत उन्होंने लड्डू गोपाल को लखनऊ के एक निजी स्कूल में दाखिला दिलाया है। इसके लिए वह प्रतिमाह दो हजार रुपये फीस भी अदा करेंगी।
गुड़िया ने लड्डू गोपाल के लिए एक केयरटेकर भी रखी है, जो उन्हें प्रतिदिन स्कूल ले जाती है और वापस लाती है। स्कूल जाने के लिए लड्डू गोपाल को स्कूल बैग, टिफिन, कॉपी, किताबें, और पानी की बोतल समेत सभी आवश्यक सामान भी खरीदा गया है।
स्कूल में दाखिला होने के बाद, गुड़िया ने बड़े ही प्यार से लड्डू गोपाल को फूलों से सजे पालने में बिठाकर स्कूल भेजा। स्कूल में बच्चों ने भी लड्डू गोपाल को बड़े ही उत्साह के साथ अपनाया और उनके साथ खेलने लगे।
गुड़िया की इस भक्ति की कहानी उनके गांव में भी चर्चित हो गई है। जब वह अपने गांव गईं तो उन्होंने लड्डू गोपाल को हर समय गोद में लिए रखा। गांव के लोगों ने उनसे पूछा कि वह ऐसा क्यों कर रही हैं, तब गुड़िया ने बताया कि वह लड्डू गोपाल को अपना बेटा मानती हैं और उनकी परवरिश एक बेटे की तरह ही करती हैं।
गुड़िया लखनऊ के चिनहट इलाके में रहने वाली हैं और उनकी कोई संतान नहीं है। इसीलिए,उन्होंने लड्डू गोपाल को ही अपना बेटा मान लिया है और उनका नाम लड्डू भैया रखा है। उनकी देखभाल और परवरिश एक सच्चे माता-पिता की तरह करती हैं।
गुड़िया ने लड्डू भैया के नाम से एक चैनल भी बनाया है, जिसमें वह उनकी दिनचर्या की सारी गतिविधियों को शेयर करती हैं। गांव से वापस लौटने के बाद, गुड़िया ने बताया कि लड्डू गोपाल के चेहरे में मायूसी थी, जो उनकी गहरी भक्ति और लगाव को दर्शाता है।