ऋषभ चौरसिया:-
देवों के देव महादेव का प्रिय महीना सावन 22 जुलाई से शुरू हो रहा है।यह महीना शिव भक्तों के लिए अत्यंत खास होता है। इस महीने में भक्तगण बाबा भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं और पूरे मास शिवालयों में दूध,गन्ने का रस,जल अर्पित करते हैं। लखनऊ में कई प्रमुख शिव मंदिर हैं, जहां भक्त अपनी सभी मुरादें लेकर जाते हैं और महादेव का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। आइए जानते हैं लखनऊ के 5 प्रमुख शिव मंदिरों के बारे में, जो भक्तों की आस्था के प्रमुख केंद्र हैं।
बुद्धेश्वर महादेव मंदिर लखनऊ के मोहन रोड पर स्थित है। कहा जाता है कि इस पवित्र स्थान पर भगवान लक्ष्मण ने तपस्या की थी और बुधवार के दिन महादेव ने उन्हें दर्शन दिए थे। इसी वजह से, इस मंदिर में सोमवार के बजाय बुधवार को पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। एक और खास बात यह है कि यहां बाबा भोलेनाथ का प्रतिदिन नए स्वरूप में श्रृंगार किया जाता है।

मनकामेश्वर मंदिर, जो लगभग 1000 साल पुराना है, गोमती नदी के तट पर स्थित है और लखनऊ के प्रमुख मंदिरों में से एक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान लक्ष्मण ने इसी स्थान पर भगवान शिव की प्रार्थना की थी। यहां मनोकामना पूरी होने की मान्यता के कारण इसे मनकामेश्वर कहा जाता है। यह प्रसिद्ध मंदिर लखनऊ के डालीगंज इलाके में स्थित है।

कोनेश्वर महादेव मंदिर का इतिहास रामायण काल से जुड़ा है। कहा जाता है कि भगवान लक्ष्मण ने इसी स्थान पर अभिषेक और पूजन किया था। यहां जलाभिषेक करने से विशेष फल मिलता है। यह मंदिर लखनऊ के चौक क्षेत्र में स्थित है।

लखनऊ के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक,सिद्धनाथ मंदिर,जहां बाबा स्वयंभू शिवलिंग के रूप में विराजमान है और यहां कभी भगवान लक्ष्मण शेषनाग के अवतार में पूजा करने आते थे.यह मंदिर शिव भक्तों के लिए एक विशेष पूजा स्थल है.यह मंदिर नादान महल रोड पर स्थित है.

गोमेश्वर महादेव मंदिर गोमती नदी के बीच में स्थित है. गोमेश्वर महादेव की लीला इतनी अद्भुत है कि बाबा 12 महीने गोमती नदी के बीच में विराजमान रहते हैं और भक्तों को उनके दर्शन के लिए नाव से आना पड़ता है.यह मंदिर डालीगंज के करीब स्थित है
